जया बच्चन को लेकर दिए गए अपने विवादित बयान पर नरेश अग्रवाल ने खेद जताया है. लखनऊ में उन्होंने कहा कि अगर मेरी बात से किसी को ठेस पहुंची तो मैं उसके लिए खेद जताता हूं. गौरतलब है कि भाजपा मुख्यालय में पार्टी में शामिल होने के दौरान नरेश अग्रवाल ने कहा था कि फिल्मों में काम करने वाली से मुझे कमतर आंका गया. ऐसे व्यक्ति के लिए मुझे टिकट (राज्यसभा के लिए) नहीं दिया गया, जो फिल्मों में नाचती है, फिल्मों में काम करती है. मैं इसे उचित नहीं मानता.
हालांकि वहां मौजूद भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने तुरंत ही अग्रवाल की टिप्पणी से पार्टी को अलग करते हुए कहा कि भाजपा सभी क्षेत्रों के लोगों का सम्मान करती है और राजनीति में उनका स्वागत करती है. लेकिन उसके बाद भी भाजपा की कई वरिष्ठ नेताओं ने नरेश अग्रवाल के बयान को गलत बताया था. पहले भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने उनके बयान को अस्वीकार्य करार दिया था, वहीं स्मृति ईरानी और रूपा गांगुली ने भी विवादित बयान को लेकर नरेश अग्रवाल का विरोध किया.
केंद्रीय विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने आपत्ति जताते हुए ट्वीट किया कि नरेश अग्रवाल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं. उनका स्वागत है, लेकिन जया बच्चन जी के विषय में उनकी टिप्पणी अनुचित एवं अस्वीकार्य है. वहीं सूचना प्रसारण और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि जब भी महिलाओं के सम्मान को चुनौती दी जाएगी, तब विचारधारा की लड़ाई छोड़ सभी को एकजुट होना चाहिए. उन्होंने संजय निरूपम द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर 5 साल से चल रहे मुकदमे का जिक्र करते हुए कहा कि किसी भी महिला को अपमानित करने पर वे सभी विरोध करेंगी. रूपा गांगुली ने भी नरेश अग्रवाल के बयान पर ऐतराज जताया. उन्होंने कहा कि यह स्वीकार्य नहीं है. मैं जया बच्चन जी का सम्मान करती हूं, फिल्म इंडस्ट्री में जया बच्चन के योगदान पर मुझे फक्र है. यह बीजेपी की लीडरशिप नहीं है.