कांग्रेस ने दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना हिटलर से करने पर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला और ‘इतिहास को बिगाड़ने’ के लिए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने भी नरेंद्र मोदी पर हमला बोला और कहा कि भारत अब सभी संस्थानों के व्यवस्थित विध्वंस का गवाह बन रहा है। लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने वाले सभी संस्थान एक तानाशाह प्रधानमंत्री और अंहकारी सरकार के अधीन हैं।
शर्मा ने ट्वीट किया, ‘इंदिरा गांधी अपने समय की सबसे दिग्गज नेता और लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित मशहूर प्रधानमंत्री थीं। जेटली द्वारा इंदिरा की तुलना हिटलर से करना बेतुका, घृणित और इतिहास को बिगाड़ने वाला है। इंदिरा गांधी की निर्वाचित सरकार को असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक तरीके से अस्थिर करने की कोशिश की गई थी। आपातकाल एक भूल थी और इंदिरा गांधी ने खुद इसपर खेद जताया था।’ शर्मा ने कहा कि जेटली स्मृतिभ्रंस की बीमारी से जूझ रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘तानाशाह चुनाव नहीं कराते। भाजपा को याद दिलाया जाए कि इंदिरा गांधी ने निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए आपातकाल हटा लिया था। उन्हें हार मिली और उन्होंने उसे स्वीकार किया और विनम्रता का सबूत दिया। जेटली और भाजपा की हिटलर के प्रति सनक समझ से परे है। वह संघ-भाजपा स्कूल से आते हैं, जो हिटलर और फासीवाद की प्रशंसा करते हैं।’
साथ ही शर्मा ने कहा कि यह बहस 198० में ही समाप्त हो गई थी, जब भारत के लोगों ने इंदिरा गांधी को भारी बहुमत के साथ सत्ता सौंपी थी और विपक्षियों को कूड़ेदान का रुख दिखाया था। उन्होंने कहा, ‘भाजपा-संघ उनकी यादों और उनके त्याग का अपमान नहीं कर सकते। भारत के लोग उन्हें एक हीरो के रूप में याद करते हैं।’