प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को बद्रीनाथ, केदरानाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की चार धाम यात्रा को जोड़ने वाले रोड प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया. इस रोड प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 12 हजार करोड़ रुपए है. शिलान्यास के बाद देहरादून में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, आज ये शिलान्यास उन हजारों लोगों को श्रद्धांजलि है, जो केदारनाथ के हादसे में मारे गए.
हिंदुस्तान के हर कोने से किसी न किसी ने जिंदगी गंवा दी थी. ये योजना उन्हें तर्पण है. उत्तराखंड के विकास की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा, अटलजी ने हमें उत्तराखंड दिया. उत्तम उत्तराखंड बनाना हमारी जिम्मेदारी है. ये उत्तराखंड ऐसी खाई में पड़ा है कि 5-50 लोग धक्का देंगे या ट्रैक्टर ले आओगे तो भी नहीं निकलेगा. डबल इंजन की जरूरत है. दिल्ली में तो आपने इंजन लगा दिया, देहरादून में भी बीजेपी का इंजन लगा दीजिए.
मोदी ने कहा, अब पहाड़ का पानी और जवानी दोनों पहाड़ के काम आएंगे. उन्होंने कहा, 2014 में जब यहां आया था, तब मैंने एक बात कही थी. पहाड़ों की जिंदगी में ऐसा कहा जाता है कि पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ को कभी काम नहीं आती. मैंने इस कहावत को बदलने की ठानी है. पहाड़ का पानी पहाड़ के काम आएगा.
पहाड़ की जवानी भी पहाड़ के काम आएगी. मोदी ने, कई सरकारी नौकरियों के लिए इंटरव्यू खत्म करने के केंद्र सरकार के फैसले की भी बात कही. पीएम ने कहा, सरकार में प्यून, ड्राइवर, क्लर्क, टीचर की नौकरी चाहिए हो तो पहले कहते थे कि नंबर तो अच्छे आ गए लेकिन जान-पहचान नहीं होगी तो नौकरी नहीं मिलेगी. मैंने निर्णय कर लिया. जब कोई एग्जाम करके मार्क्स ले आया तो क्या इंटरव्यू लेना चाहिए. जैसे ही उत्तराखंड में सरकार बनेगी, यहां भी ये काम हो जाएगा.
नोटबंदी के फैसले का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा, कुछ लोग इस फिराक में हैं कि मौका मिलेगा तो मुझ पर टूट पड़ेंगे, लेकिन मेरे पास देशवासियों का रक्षा कवच है. देश को आगे बढ़ना है तो लूट-खसोट, बेईमानी बंद होनी चाहिए. 8 नवंबर को रात 8 बजे जाली नोटों का खेल जीरो हो गया. ये सारे फैसले देशहित में हुए हैं. लोग नोटें अलमारी में भरकर रखते थे. बिस्तर में भरकर उस पर सोते थे. 1000 और 500 का नोट बंद कर अच्छे-अच्छों की अलमारी खोल दी हमने.
पीएम ने कहा, 30 साल बाद दिल्ली में पूरी बहुमत वाली सरकार बनी है. क्या आपने मुझे रिबन काटने या दीये जलाने के लिए बनाया है? कुछ कर दिखाने के लिए बनाया है. आपने मुझे काम दिया है चौकीदार का. कौन सा चौकीदार आ गया, चोरों के सरदारों पर ही वार किया है. काला मन भी जाना चाहिए, कालाधन भी जाना चाहिए.
पीएम ने आगे कहा, आपको लगता होगा कि मोदीजी आपने आते ही शुरू क्यों नहीं किया. अगर मेरे लिए पॉलिटिकल कार्यक्रम होता, धूल झोंकने वाला कार्यक्रम होता तो पहले ही दिन डामर लगा देता और लोगों को लगता कि चलो काम शुरू हो गया है. ऐसा कई मुख्यमंत्रियों ने किया है. अभी तो कहते हैं कि शायद रोज कर रहे हैं्. ये राजनेता समझ लें कि वो जमाना चला गया. जनता है, ये सबकुछ जानती है.