मुंबई पुलिस में ‘लेडी सिंघम’ के नाम से मशहूर चारू भारती सुर्ख़ियों में हैं. वजह यही उनकी तेजतर्रार छवि और काम के प्रति उनका समर्पण. अपने इसी जस्बे के चलते चारू भारती ने तमाम मुश्किलात का सामना करते हुए
छेड़छाड़ के एक मामले में आरोपी को जम्मू-कश्मीर से पकड़कर मुंबई ले आईं. जिसकी पहचान मोहम्मद राशिद खान के रूप में हुई है लेकिन यह सब इतना आसान नहीं था. इसके लिए चारू भारती को न सिर्फ दिन रात एक करना पड़ा बल्कि उन्होंने मनचले को गिरफ्तार करने के लिए 11 घंटे तक जाल बिछाए रखा.
दरअसल मुंबई के वडाला की रहनेवाली एक महिला ने आरोपी मोहम्मद राशिद खान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. महिला का आरोप था कि आरोपी ने दो जनवरी 2019 को पहली बार एक अज्ञात नंबर से व्हाट्स एप एक मैसेज भेजा था. जिसे महिला ने नजरंदाज कर दिया. लेकिन अगले ही दिन उसी नंबर से महिला के मोबाइल पर एक अश्लील वीडियो क्लिप भेज दी गई. इसके बाद जब महिला के पति ने उस नंबर पर फोन किया तो उनके साथ बदतमीजी से बात की गई. इस घटना के बाद बाद पति-पत्नी ने तुरंत वडाला पुलिस स्टेशन पहुंचकर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कराया.
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक जब उन्होंने महिला की शिकायत पर जांच शुरू की तो पता चला कि आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए अपना मोबाइल फोन और सिम दोनों बदल दिया था. किसी तरह पुलिस ने बीते 17 मई को सर्विलांस के जरिए आरोपी की लोकेशन पता की, जो कश्मीर की निकली. इतना पता चलते ही आरोप की गिरफ्तारी के लिए महिला अस्टिटेंट पुलिस इंस्पेक्टर चारू भारती के नेतृत्व में तीन सदस्यीय पुलिस दल कश्मीर रवाना हो गया. इस टीम में चारू भारती के अलावा दो सिपाही अजीत कदम और संदीप नाइक भी शामिल थे.
कश्मीर जाकर चारू भारती ने जब स्थानीय पुलिस से आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए मदद मांगी तो उन्हें पता चला कि आरोपी जिस गांव में रहता है वह पाकिस्तान सीमा से सटा हुआ बेहद ही संवेदनशील गांव है. स्थानीय पुलिस के सहयोग करने से इंकार करने पर ने चारू भारती कश्मीर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मिली. जिससे उन्हें पता चला कि आरोपी एक टेंपो ड्राइवर है और उसके गांव में उसे गिरफ्तार करना बहुत खतरनाक है. क्योकि ग्रामीण उसे बचाने के लिए पुलिस टीम पर पथराव भी कर सकते हैं. लेकिन जब चारू भरती की टीम को पता चला कि आरोपी अपने गांव से करीब 150 किमी दूर गया हुआ है और अलगी सुबह लौटने वाला है तो उन्होंने आरोपी के गांव लौटने के रास्ते पर 18 मई की शाम छह बजे से जाल बिछा दिया.
19 मई को जैसे ही आरोपी अपने गांव लौटा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और राजौरी पुलिस स्टेशन ले गई. हालांकि उसकी गिरफ़्तारी की खबर मिलते ही 20-25 लोग थाने पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया. लेकिन स्थानीय पुलिस ने उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया. जिसके बाद चारू भारती की टीम उसे मुंबई ले आई. जिसको लेकर उनकी जम कर तारीफ की जा रही है. इसके जम्मू-कश्मीर की मीडिया ने उनके इस कदम की सराहना करते हुए हाथों-हाथ लिया है.