जेट एयरवेज की मुंबई से जयपुर जा रही फ्लाइट में उस समय अफरातफरी का माहौल बन गया, जब यात्रियों के नाक और कान से खून बहने लगा. अच्छी खबर यह रही कि एक बहुत बड़ा हादसा होने से बच गया. नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बोईंग 737 विमान को वापस मुंबई लौटना पड़ा. अधिकारी ने बताया कि उड़ान भरते समय चालक दल के सदस्य ‘ब्लीड स्वीच’ सेलेक्ट करना भूल गए, जिसकी वजह से केबिन प्रेशर सामान्य नहीं रखा जा सका. इस वजह से ऑक्सीजन मॉस्क नीचे आ गए.
फ्लाइट में मौजूद एक यात्री ने न केवल पूरे घटनाक्रम का विडियो ट्वीट किया है बल्कि अंदर की कहानी बताई है. फ्लाइट में मौजूद रहे दर्शक हाठी ने बताया था कि फ्लाइट के उड़ान भरते ही एसी गड़बड़ हो गई. इसके बाद एयर प्रेशर सिस्टम खराब हो गया और मास्क बाहर निकल आए. हममें से कुछ लोगों को नाक से खून आने के साथ सिर दर्द शुरू हो गया. दर्शक के मुताबिक फ्लाइट को करीब एक घंटे बाद मुंबई वापस लाया गया.
जानकारी के मुताबिक, फ्लाइट में 166 यात्री सवार थे. फ्लाइट सुबह 5.30 बजे मुंबई से जयपुर के लिए रवाना हुई थी. उड़ान भरने के करीब एक घंटे बाद ही यात्रियों ने जब शिकायत की, तो इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. इन यात्रियों का मुंबई एयरपोर्ट पर ही उपचार किया जा रहा है.
लापरवाही का इतना बड़ा मामला सामने आने के बाद जेट एयरवेज की उस उड़ान के क्रू को ड्यूटी से हटा दिया गया है, जिसमें केबिन प्रेशर बरकरार न रख पाने की वजह से यात्रियों के कान-नाक से खून बहने लगा था, और उसे टेकऑफ के बाद वापस मुंबई उतारना पड़ा.
आपको बता दें फ्लाइट के ऊंचाई पर पहुंचने के साथ-साथ हवा का दबाव घटने लगता है. अक्सर फ्लाइट की उड़ान से पहले सेफ्टी अनाउंसमेंट में इसका जिक्र होता है. उस दौरान आपको बताया जाता है कि हवा का दबाव कम होने पर सीट के ऊपर ऑक्सिजन मास्क आ जाएंगे. गुरुवार को जेट एयरवेज की फ्लाइट में यही हुआ.