चार दिन से दिल्ली में डेरा डालकर बैठे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ अंतत: मंत्रियों की फाइनल लिस्ट लेकर भोपाल रवाना होंगे. मंगलवार को भोपाल में कमलनाथ कैबिनेट राजभवन में दोपहर एक बजे से पांच बजे के बीच शपथ ले सकती है. अब तक मंत्री बनने के नामों का खुलासा नहीं हुआ है. कमलनाथ भोपाल पहंुचने के बाद इस बारे में बताएंगे. मंत्रियों के नामों को लेकर भी खूब मगजमारी हुई. आखिर में कांग्रेसी नेताओं के बीच सहमति बनी कि पहली बार के बने विधायक को मंत्री पद नहीं दिया जाएगा. नामों के अलावा प्रमुख विभागों के बंटवारे को लेकर भी चर्चा हुई है.
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ऐसे चला मुलाकातों का दौर
राजस्थान की तरह मध्यप्रदेश मंत्रीमंडल के नामों पर आखिरी मुहर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ही लगाई है. दिल्ली यात्रा के दौरान कमलनाथ ने राहुल गांधी के अलावा प्रदेश के दिग्गज नेताओं दिग्विजय सिंह, अरुण यादव और ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी चर्चा की. इन चार दिनों में कमलनाथ चार बार राहुल गांधी और तीन बार ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले हैं. इसके अलावा राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी लगभग एक घंटे अलग से चर्चा की. मंत्रीमंडल के अलावा विधानसभा अध्यक्ष का नाम भी आज तय हो सकता है. इस पद के लिए वरिष्ठ सदस्यों में डॉ. गोविंद सिंह, केपी सिंह और डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ के नाम की चर्चा है. माना जा रहा है कि साधौ को अध्यक्ष बनाए जाने पर आम सहमति बन सकती है.
मंत्रीमंडल में नामों के अलावा प्रमुख विभागों के बंटवारे में भी गुटीय संतुलन का ध्यान रखा जाएगा. माना जा रहा है कि यहां भी राजस्थान की तरह 2019 को नजर में रखकर मंत्रियों के नाम तय किए गए हैं.
मध्यप्रदेश में विधानसभा का नया सत्र 7 जनवरी से शुरू होने वाला है जो 11 जनवरी तक चलेगा. इस सत्र में सभी नए विधायक शपथ लेंगे. 90 विधायक ऐसे हैं जो पहली बार सत्र में शामिल होंगे.
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