छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अंबेडकर को उनकी जयंती पर याद किया. प्रधानमंत्री ने कहा- बाबा साहेब की वजह से ही आज एक गरीब मां का बेटा देश का प्रधानमंत्री बन पाया. उन्होंने यह भी कहा कि मेरे जैसे लाखों-करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं को, उम्मीदों को जगाने में बाबा साहेब का बहुत बड़ा योगदान है.
बाबा साहेब की देश सेवा को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने विदेेश में पढ़ाई की और वापस अपने देश आए और अपना जीवन पिछड़ों, वंचितों, दलितों-आदिवासियों के लिए समर्पित कर दिया. वे दलितों को उनका अधिकार दिलाना चाहते थे, जो सदियों से वंचित थे और उन्हें सम्मानित नागरिकों का जीवन देने की जिद ठान ली. विकास की दौड़ में जिन्हें पीछे छोड़ दिया गया था, ऐसे समुदायों में आज चेतना जगी है, अधिकार की आकांक्षा पैदा हुई है और ये चेतना-आकांक्षा बाबा साहेब की ही देन है.
उन्होंने कहा कि बस्तर और बीजापुर के आसमान में बाबा साहेब के नाम की गूंज आपको धन्य कर रही है. अपनी सरकार के कार्यों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि साथियों हमारी सरकार ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी अर्बन मिशन की शुरुआत छत्तीसगढ़ से की. प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना का शुभारंभ भी इसी छत्तीसगढ़ से किया था. ये योजनाएं राष्ट्रीय स्तर पर देश की प्रगति को गति देने का काम कर रही है. आज मैं फिर एक बार छत्तीसगढ़ आया हूं. आयुष्मान योजना के पहले चरण और ग्राम स्वराज की शुरुआत कर रहा हूं.
बीजापुर में आयुष्मान भारत के अंतर्गत पहले हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का उदघाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गरीबों के फैमिली डॉक्टर की तरह काम करेगा. आयुष्मान भारत की सोच केवल सेवा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जन भागीदारी का आह्वान है. उन्होंने कहा कि जब हम हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर की बात करते हैं तो हमारा प्रयास केवल बीमारी का इलाज करना नहीं है, बल्कि हमारी कोशिश बीमारी को होने से रोकना भी है.