देश के अधिकतर गावों में पालतू जानवर और मवेशियों के गोबर आदि से खाद तैयार की जाती है जिनका प्रयोग खेतों में किया जाता है जिससे बिना किसी खर्च में खाद तैयार हो जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मवेशियों के गोबर और बाकी कचरे से आप अच्छे खासे पैसे भी कमा सकते हैं. जी हाँ अगर आपको लगता है कि गोबर और कचरा किसी काम का नहीं है तो ये खबर पढ़कर आपकी सोच बदल जाएगी.
आपको बता दें कि इस कचरे औअर गोबर आदि से पैसे भी कमाए जा सकते हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो प्रोग्राम मन की बात में इसका जिक्र किया है। पीएम ने कहा कि सरकार की गोबर धन स्कीम के जरिए वेस्ट को एनर्जी में बदलकर इसे आय का जरिया बनाया जा सकता है।
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि इस बार बजट में ‘स्वच्छ भारत’ के तहत गांवों के लिए बायोगैस के माध्यम से waste to wealth और waste to energy बनाने पर जोर दिया गया। इसके लिए पहल शुरू की गई और इसे नाम दिया गया गोबर धन ‘GOBAR-Dhan’ – Galvanizing Organic Bio-Agro Resources। इस गोबर-धन योजना का उद्देश्य है, गांवों को स्वच्छ बनाना और पशुओं के गोबर और खेतों के ठोस अपशिष्ट पदार्थों को कम्पोस्ट और बायो-गैस में परिवर्तित कर, उससे धन और ऊर्जा पैदा करना।
Read Also: रुस्तम-2 की सफल उड़ान, प्रिडेटर को देगा टक्कर
गोबर से बनाई जाने वाली गैसे आम घरेलु गैस की तरह की काम करती है लेकिन इसमें आपको पैसे खर्च नहीं करने पड़ते हैं आपको ज़रुरत होती है तो बस मवेशियों के कचरे की. यह गैस गाँव घरों में आसानी से तैयार की जा सकती है और यब स्वच्छ गैस होती है. अगर यह योजना सफल रहती है तो आगे चलकर इससे पैसे भी कमाए जा सकते हैं.