मीडिया और विपक्ष के भारी दबाव के बाद आखिरकार मुजफ्फरपुर दुष्कर्म मामले में बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया. मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा पर आरोप था कि मुख्य आरोपी ब्रजेश सिंह से उनकी नजदीकी है. यह भी आरोप है कि चंद्रशेखर शेल्टर होम भी जाता था. एक सीडीआर रिकॉर्ड में यह सामने आया था कि ब्रजेश और चंद्रशेखर के बीच इस साल 5 महीनों में 17 बार फोन पर बातचीत हुई है. यह भी सामने आई थी कि दोनों की मुलाकातें भी होती थीं.
मंत्री के इस्तीफे को लेकर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी की तरफ से कहा गया है कि बुधवार को मंजू वर्मा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने पहुंचीं और इस्तीफा दे दिया. हालांकि पहले वे ऐसा कर देतीं तो पार्टी को इतनी परेशानी न झेलनी पड़ती. गौरतलब है कि इससे पहले सोमवार को नीतीश कुमार ने मंजू वर्मा का बचाव किया था. उन्होंने कहा था कि मंत्री ने सभी आरोपों से इनकार किया है, इसलिए उनके इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता.
इससे पहले बुधवार सुबह पेशी के लिए आए मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे फंसाया गया है. मैं कांग्रेस से चुनाव लड़ने वाला था इसलिए मुझे फंसाया जा रहा है. उसने यह भी कहा कि समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा से मेरा कोई संबंध नहीं है. उससे फोन पर केवल राजनीतिक मसलों पर बात हुई. इस केस में किसी भी बच्ची ने बयान में मेरा नाम नहीं लिया है, चाहें तो केस डायरी उठा कर देख लें. उसने यह कबूला कि न्यायाधीश बालिका गृह आते थे. मैं मधु को नहीं जानता. यह भी नहीं जानता कि वह कौन थी और कहां की रहने वाली थी?