मोदी मंत्रिपरिषद में विस्तार की संभावनाओं के बीच आज शाम पीएम मोदी के घर होने वाली बैठक कैंसिल हो गई है। इससे पहले सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि बैठक में मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा और मंत्रालयों की आगे की योजनाओं को लेकर बनाई गई रिपोर्ट पर चर्चा होगी। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा, रक्षा मंत्रा राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, धर्मेंद्र प्रधान, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी और नरेंद्र सिंह तोमर रहेंगे। इससे पहले पीएम मोदी 20 जून को भी अपने वरिष्ठ मंत्रियों के साथ पिछले दो साल में किए गए कामों की समीक्षा कर चुके हैं।

यदि प्रधान मंत्री कैबिनेट विस्तार करते हैं तो वह उनकी दूसरी पारी के लिए मई 2019 में कार्यभार संभालने के बाद पहली बार उनके मंत्रिपरिषद का विस्तार होगा।

भाजपा नेता सर्बानंद सोनोवाल जिन्होंने असम के पूर्व मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के लिए मुख्यमंत्री का मार्ग प्रसस्त किया, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुशील मोदी को मंत्री पद के मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। वहीं
माना जा रहा है कि भगवा पार्टी के कुछ सहयोगियों को भी बर्थ मिल सकती है। महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश सहित अगले साल की शुरुआत में जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे, उनका आंकड़ा ऊंचा हो सकता है।

सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अपना प्रतिनिधित्व बढ़ा सकता है। माना जा रहा है कि जद (यू) और अपना दल जैसे बीजेपी के सहयोगी दलों को भी प्रतिनिधित्व मिल सकता है।

गौरतलब है कि संभावित मंत्रियों में ज्योतिरादित्य सिंधिया और सर्वानंद सोनोवाल के नाम प्रमुख हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव हैं, लिहाजा प्रदेश से 5 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें वरुण गांधी, रीता बहुगुणा जोशी, अनिल जैन, रामशंकर कथेरिया और जफर इस्लाम के नाम शामिल हैं। वहीं उत्तराखंड में भी अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे. माना जा रहा है कि नैनीताल से सांसद अजय भट्ट या फिर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। दिल्ली से बीजेपी सांसद परवेश वर्मा या मीनाक्षी लेखी का नाम मंत्रिमंडल के लिए सामने आ रहा है।

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