राज्यसभा चुनाव में ‘हॉर्स ट्रेडिंग’ के मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी द्वारा कांग्रेस विधायक निर्मला देवी एवं राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता के बीच बातचीत का सीडी जारी होते ही पुलिस अधिकारी आरोपों के घेरे में घिर गये हैं. राजनीति के गलियारों में यह चर्चा है कि उक्त अधिकारी मुख्यमंत्री रघुवर दास के स्वजातीय हैं और पुलिस मुखिया बनने की चाहत में उन्होंने ऐसा किया होगा. उक्त अधिकारी ने कांग्रेस की विधायक निर्मला देवी को चार बार फोन कर राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव बनाया. कांग्रेस विधायक को उन्होंने इस बातचीत में धमकी के साथ-साथ प्रलोभन भी दिया. वैसे अनुराग गुप्ता की छवि एक कर्मठ एवं ईमानदार अधिकारी के रूप में रही है. आईपीएस अधिकारी को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने तीन दिनों तक झारखंड विधानसभा में जमकर हंगामा किया और सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू एवं मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर झारखंड में हुए राज्यसभा चुनाव को रद्द करने की मांग के साथ ही राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता को बर्खास्त करने की मांग की है. इस मामले में लगे आरोपों का न तो राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास और न ही अनुराग गुप्ता ने कोई खंडन किया है. दोनों इस मामले में कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं.
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आईपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता ने कांग्रेस विधायक निर्मला देवी के पति योगेन्द्र साव को फोन कर 24 बार बात की थी और यह कहा था कि अभी रघुवर दास की सरकार साढ़े तीन वर्ष है. इस दौरान आप पर जो केस है, वह तो उठ ही जायेगा, आपको बहुत ऊपर तक ले जायेंगे. इसके साथ ही अनुराग गुप्ता ने यह धमकी भी दी कि अगर बात नहीं मानेंगे, तो आपको बहुत परेशानी होगी. अनुराग गुप्ता ने विधायक के पति को यह भी सलाह दी कि मैडम के नाम पर वारंट है, उन्हें गिरफ्तार करा दीजिए, ऐसे में मैडम वोट देने से भी बच जायेंगी और कांग्रेस भी उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं कर पायेगी.
योगेन्द्र साव ने भी यह स्वीकार किया है कि पुलिस अधिकारी ने फोन कर उन पर दबाव बनाया था और वोट न डालने की बात कही थी. गुप्ता ने उन्हें यह भी आश्वासन दिया था कि मुख्यमंत्री से उनकी सीधी बातचीत करा दी जायेगी, इससे राजनीतिक लाभ मिलेगा और आप बहुत ऊपर तक जायेंगे, अन्यथा अगर आप बात नहीं माने तो परेशानी में पड़ जायेंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि आपकी हर बात मुख्यमंत्री से मनवा देंगे. योगेन्द्र साव ने जब अनुराग गुप्ता से यह कहा कि आपके घर आ जाते हैं, तो गुप्ता ने कहा कि आपका मेरे घर आना ठीक नहीं होगा, पर उन्होंने यह जरूर कहा कि आप आश्वस्त रहें, एक क्या सारा मामला साफ करवा देंगे, आपको कोई परेशानी नहीं होगी.
सूत्रों के अनुसार एडीजीपी ये सारी बात अपने मोबाइल से न कर अपने सहयोगी के मोबाइल से योगेन्द्र साव के करीबी मंटू साव के मोबाइल पर करते थे. इस बातचीत की डिटेल पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने जारी की है, पर भारतीय जनता पार्टी इसे सिरे से खारिज कर रही है. पार्टी का कहना है कि एक सोची समझी साजिश के तहत यह सीडी बनाई गई है, समय आने पर सब कुछ साफ हो जायेगा.
इस मामले में राज्य के पुलिस अपर महानिदेशक अनुराग गुप्ता कुछ भी टिप्पणी करने से इंकार करते हैं. वहीं मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी अभी तक अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है, जबकि झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने अनुराग गुप्ता के साथ ही मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनके राजनीतिक सलाहकार पर भी गंभीर आरोप लगाये हैं. कांग्रेस की विधायक निर्मला देवी ने खुद मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया था कि उन्होंने भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए पांच करोड़ देने का वादा किया था. मुख्यमंत्री स्वयं एवं उनके राजनीतिक सलाहकार अजय कुमार ने घर आकर यह प्रलोभन दिया था. वैसे अनुराग गुप्ता की चुप्पी से इस बात को बल मिलता है कि शायद उन्होंने बड़े पद की चाहत में यह गलती कर दी होगी और मुख्यमंत्री के दबाव में कांग्रेस विधायक एवं उसके पति से बात की होगी. वैसे अभी तक उनकी छवि एक ईमानदार एवं कर्मठ अधिकारी की रही है. वैसे मुख्यमंत्री रघुवर दास का जातीय प्रेम देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि वे अपने कर्तव्य से फिसल गये हैं. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड के आईएएस अधिकारी को दरकिनार कर संजय कुमार को अपना प्रधान सचिव बनाया, जो बिहार कैडर के हैं और स्वजातीय हैं. उनकी प्रतिनियुक्ति दो वर्षों के लिए हुई है, जबकि मुख्यमंत्री कार्यालय के सचिव पद पर आईएएस अधिकारी सुनील बर्णवाल को तैनात किया गया है और शायद इसी सोच के तहत अनुराग गुप्ता को पुलिस मुखिया बनाने की तैयारी की जा रही है.
इधर विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने राज्यपाल से मुख्यमंत्री रघुवर दास के इस्तीफे की मांग की है, साथ ही अनुराग गुप्ता को भी बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस मामले का खुलासा होने के बाद मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि चुनाव आयोग को इस मामले में स्वत: संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि रघुवर सरकार अधिकारियों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर रही है.
पुलिस अपर महानिदेशक पर दर्ज हो प्राथमिकी : हेमंत
पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता हेमंत सोरेन राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर कुछ ज्यादा ही आक्रोशित हैं. उन्होंने राज्यपाल एवं मुख्य चुनाव आयुक्त से राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता को अविलंब बर्खास्त करने की मांग करते हुए पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है. हेमंत सोरेन ने अनुराग गुप्ता पर एससी, एसटी को धमकाने, उनके साथ दुर्व्यवहार करने एवं कांग्रेस विधायक निर्मला देवी को धमकाने के मामले में थाने में प्राथमिकी भी दर्ज करायी है. उन्होंने कहा कि राज्य में अधिकारी बेलगाम हो गये हैं और अब विधायक तक को धमकी दे रहे हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी पार्टी इस मामले को सड़क से लेकर सदन तक उठायेगी. जब तक सीडी प्रकरण की जांच नहीं हो जाती है, तब तक वे विधानसभा के मानसून सत्र को चलने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जो सीडी राज्यपाल एवं चुनाव आयुक्त को सौंपी है, उसमें यह साफ सुनाई दे रहा है कि किस तरह अनुराग गुप्ता कांग्रेस विधायक निर्मला देवी को राज्यभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए प्रलोभन एवं धमकी दे रहे हैं. अनुराग गुप्ता ने निर्मला देवी को स्पष्ट कहा था कि अगर वे भाजपा के पक्ष में मत देते हैं तो उनके एवं उनके पति के ऊपर लगे आरोप एवं सभी केसों को उठा लिया जाएगा, ऐसा नहीं करने पर वे बुरी तरह से फंसा देने का रौब दिखा रहे हैं. यही कारण था कि पुलिसिया भय के कारण ही कांग्रेस विधायक तीन बजे तक अपना मत देने नहीं आ सकी थीं, बाद में अपनी गाड़ी से कांग्रेस विधायक को विधानसभा लाया गया. उनको विधानसभा आने से रोकने के लिए पुलिस ने चाक-चौबंद व्यवस्था की थी. सोरेन का मानना है कि मुख्यमंत्री रघुवर दास की शह पर अनुराग गुप्ता बेलगाम होते जा रहे हैं, सरकार उन्हें जल्द बर्खास्त करे नहीं, तो तो झारखंड मुक्ति मोर्चा पूरे राज्य में आंदोलन चलाएगा.
विधायक को पुलिस अधिकारी ने धमकाया : बाबूलाल
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा कि मैंने जो सीडी पत्रकारों को दिखाई है, वह पूरी तरह से सही है. चाहे तो सरकार या कोई स्वतंत्र एजेंसी इस सीडी की कहीं भी जांच करा ले. उन्होंने राज्य के पुलिस अधिकारी अनुराग गुप्ता पर आरोप लगाया है कि वे रघुवर दास के लिए काम कर रहे हैं, न कि जनता के लिए. मुख्यमंत्री दास ने भी इस पुलिस अधिकारी को उच्च पद पर बैठाने का प्रलोभन दिया है. इस पुलिस अधिकारी ने कांग्रेस विधायक को आधा दर्जन बार फोन कर प्रलोभन के साथ ही धमकी भी दी. पुलिस अधिकारी एवं कांग्रेस विधायक के बीच बातचीत की रिकॉडिर्ंंग इस सीडी में है कि किस तरह वे कांग्रेस के समर्थन में मतदान करते हैं तो उनके एवं उनके पति के ऊपर जो केस लंबित हैं, उसे उठा लिया जायेगा. साथ ही मोटी रकम भी मिलेगी. उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात कर पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई एवं बर्खास्त करने की मांग की है. साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त से राज्यसभा चुनाव रद्द करने की मांग भी की गई है. इस सीडी से यह स्पष्ट है कि राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग हुआ है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वयं कांग्रेस विधायक एवं उनके पति से मुलाकात कर पांच करोड़ देने की बात कही थी, जबकि उनके राजनीतिक सलाहकार अजय कुमार ने भी कांग्रेस विधायक से मुलाकात कर भाजपा को वोट देने के साथ ही बहुत सारे प्रलोभन दिए थे.
उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव रद्द करने, मुख्यमंत्री रघुवर दास के इस्तीफे एवं पुलिस अधिकारी अनुराग गुप्ता की बर्खास्ती की मांग को लेकर उनकी पार्टी पूरे राज्य में व्यापक आंदोलन चलाएगी.
सीडी प्रकरण की जांच जरूरी नहीं : शहनवाज
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शहनवाज हुसैन ने राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता का बचाव करते हुए कहा कि यह जरूरी नहीं है कि सीडी प्रकरण की जांच हो. उन्होंने सीडी को झूठा एवं फर्जी बताते हुए कहा कि उनकी पार्टी झूठ-मूठ के जांच में यकीन नहीं करती है. उन्होंने कहा कि सीडी में जो बातचीत दिखाई गई है, उसे सुनने से ही पता चल जाता है कि इसे बनाया गया है. उन्होंने राज्यसभा चुनाव में हॉर्स ट्रेडिंग से स्पष्ट इंकार किया और कहा कि विधायकों ने किसी भी दबाव में मतदान नहीं किया है.
यह पूछे जाने पर कि दूसरे राज्यों में इसी तरह की सीडी को लेकर भाजपा जांच कराने की मांग करती रही है तो उन्होंने कहा कि कुछ चीजों में जांच की जरूरत नहीं होती है और यह सीडी तो पूरी तरह से मनगढ़ंत है, दरअसल मोदी एवं रघुवर सरकार की लोकप्रियता से विपक्षी पार्टियां बौखला गई हैं. इससे कुछ नेताओं का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और वे सरकार पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने रघुवर सरकार के कार्यकलापों की सराहना करते हुए कहा कि यहां विकास का काम तेजी से हो रहा है. विधि-व्यवस्था एवं नक्सली समस्या का समाधान इस सरकार ने बेहतर ढंग से किया है.