भोपाल। ईमाम मुअज्जिन की तनख्वाह बांटने और मस्जिदों की देखरेख करने वाली मसाजिद कमेटी में गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार की गंगा बह गई। कमेटी के तत्कालीन सचिव ने बिना अधिकार हवाई यात्रा कर डाली। समाज के लोगों को गुमराह कर बड़ी राशि भी जमा कर ली। साथ ही खुद अपने वेतन भत्ते तय करके कमेटी को लाखों रुपए की चपत लगा दी है। जिससे ईमाम मुअज्जिन को वेतन मिलने में मुश्किलें आ रही हैं। मामले को लेकर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो को शिकायत की गई है।
ऑल इंडिया ईमाम/ मुअज्जिन वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन ने शुक्रवार को ये शिकायत दर्ज कराई है। कहा गया है कि मप्र सरकार द्वारा गठित अब्दुल हफीज की अध्यक्षता वाली कमेटी में सचिव नियुक्त किए गए एडवोकेट एसएम सलमान ने कमेटी दफ्तर में सीसीटीवी कैमरे खरीदी के लिए सप्तनिक दिल्ली यात्रा का खर्च भी कमेटी से प्राप्त कर लिया है, जो नियम विरुद्ध है।
खुद तय कर लिया मानदेय
शिकायतकर्ताओं ने कहा कि कमेटी में नियुक्त किए जाने वाले पदाधिकारी मानसेवी माने जाते हैं। लेकिन तत्कालीन सचिव एसएम सलमान ने अध्यक्ष, सचिव और सदस्यों के मानदेय खुद ही तय कर लिए। जिससे कमेटी को करीब 11 लाख रुपए का नुकसान पहुंचा है। राशि के इस गोंडोबल की वजह से ईमाम मुअज्जिन के वेतन वितरण में भी दिक्कतें आ रही हैं और इन्हें करीब 5 माह से वेतन नहीं मिल पा रहा है।
समाज से कर लिया फंड जमा
EOW को की गई शिकायत में ईमाम मुअज्जिन वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन ने कहा है कि पूर्व सचिव एसएम सलमान ने समाज के लोगों को जमा कर उनके सामने कई लुभावनी योजनाएं और कमेटी की लाचारी दर्शाई गई। इस नाम पर सलमान ने लोगों से करीब डेढ़ लाख रुपए से ज्यादा रुपया लोगों से जमा कर लिया। इस राशि का हिसाब मसाजिद कमेटी को नहीं दिया गया है। शिकायतकर्ताओं ने EOW से मांग की है कि कमेटी के पूर्व सचिव एसएम सलमान के खिलाफ गबन, अमानत में खयानत और आर्थिक अनियमितताओं के मामले दर्ज किए जाएं।