कांग्रेस से निलंबित चल रहे मणिशंकर अय्यर ने पाकिस्तान में एक विवादित बयान दिया है. भारत-पाक विवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बातचीत ही इसका एकमात्र समाधान है. इसके आगे उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि पाकिस्तान ने इस नीति को स्वीकार कर लिया है, लेकिन दुख है कि भारत इसे अभी तक नहीं अपना सका है. वे कराची लिटरेचर फेस्टिवल में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि मुझे पाकिस्तान से उतना ही प्यार है, जितना कि भारत से.
उन्होंने कहा, दोनों देशों के बीच आतंकवाद और कश्मीर अहम मसले हैं, जिन्हें सुलझाने की जरूरत है. दोनों देशों के नेताओं को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की नीतियों को अपनाना चाहिए.
इससे पहले भी मणिशंकर अय्यर विवादित बयानों के लिए मशहूर रहे हैं. उन्होंने 2015 में पाकिस्तान में एक निजी टेलीविजन चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि भारत से नरेंद्र मोदी को हटाए बिना दोनों देशों के बीच बातचीत संभव नहीं है. अगर बातचीत ही रास्ता है, तो फिर कांग्रेस को लाना होगा. गुजरात चुनाव के दौरान मोदी को नीच किस्म का व्यक्ति बताने के कारण उन्हें कांग्रेस पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया था.