दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश ने तबाही जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. दिल्ली के ज्यादातर इलाके पानी-पानी हो चुके हैं. सड़कों का आलम ये है कि स्विमिंग पूल बन चुकी हैं. हर जगह से जलभराव, बिल्डिंग गिरने और सड़कें धंसने की खबरें आ रही हैं.
इसी बीच गाजियाबाद के इंदिरापुरम से गुरुवार को एक और दर्दनाक हादसे की खबर आई है. इंदिरापुरम में शासन की लापरवाही से खुले पड़े तार ने एक शख्स की जिंदगी ही उससे छीन ली है. करंट की चपेट में आकर 34 साल के एक युवक की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि सरोजकांत अपनी बच्ची को स्कूल छोड़कर वापस आ रहे थे. तभी ये हादसा हुआ.
मामला इंदिरापुरम थाना क्षेत्र का है. जहां शिप्रा सन सिटी में करंट लगने से निजी कंपनी में मैनेजर सरोजकांत दास की मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने आरडब्ल्यूए को सूचित किया. आरडब्ल्यूए ने बिजली विभाग को सूचित किया. बताया जा रहा है कि जब लोग उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे थे, उस दौरान उन लोगों को भी करंट लगा.
बिजली विभाग ने अगर समय रहते मेंटनेंस पर ध्यान दिया होता तो खुला पड़ा यह तार जानलेवा नहीं बनता. हर साल बरसात से पहले नगर निगम के अलावा बिजली और पथनिर्माण विभाग मेंटनेंस वर्क करता है. लेकिन इस तरह की दर्दनाक घटना से साफ है कि मेंटनेंस वर्क के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है.
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार और देश के कई इलाकों में बारिश की चेतावनी जारी की है. इसके चलते तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की कमी दर्ज की कई है. 27 जुलाई के बाद मानसून के रफ्तार पकड़ने की उम्मीद जताई है. मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से तेज बारिश होने की उम्मीद है. भारी बारिश के चलते कई इलाकों में सड़कों पर अब भी घुटनों तक पानी भर हुआ है. जिसके चलते सड़क मार्गों पर यातायात प्रभावित हो रहा है.