मुंबई: लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है BJP दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की बेटी और राज्य सरकार में महिला और बाल कल्याण विकास मंत्री पंकजा मुंडे पर उनके भाई ने ही 106 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया है। पंकजा मुंडे के चचेरे भाई और एनसीपी नेता धनंजय मुंडे ने ये गंभीर आरोप लगाया है।
पंकजा मुंडे पर मोबाइल खरीद सौदे में भ्र्ष्टाचारी का आरोप
धनंजय मुंडे ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महाराष्ट्र भर में आंगनवाड़ी कर्मियों के लिए 6000-6000 रूपये के मोबाइल खरीदे जाने थे, लेकिन वह महंगे खरीदे गए। जिसमे कुल 106 करोड़ रूपए का भ्रष्टाचार हुआ है, पैनासोनिक एलुगा-17 मोबाइल फोन का दाम ऑनलाइन 6,000-6,400 रुपये के बीच है जबकि बाजार में इसकी कीमत 6,499 है। वहीं, पकंजा मुंडे ने इसे 8,777 के दर से खरीदा। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने एक खास वितरक को मदद पहुंचाने के लिए ये हैंडसेट खरीदे।
महिला व बाल कल्याण विभागाकडून स्मार्टफोन खरेदीत करण्यात आलेल्या १०६ कोटी रूपयांच्या गैरव्यवहारात मुख्यमंत्र्यांनी तात्काळ लक्ष घालावे यासाठीचे पुराव्यानिशी निवेदन त्यांना पाठविले. कोणताही हलगर्जीपणा न करता या व्यवहाराला तातडीने स्थगिती देऊन या घोटाळ्याची न्यायालयीन चौकशी करावी. pic.twitter.com/HDsgUfXgHY
— Dhananjay Munde (@dhananjay_munde) March 7, 2019
ज्या कंपनीला हे १०६ कोटी रुपये किंमतीचे मोबाईल पुरवठा करण्याचे काम दिले, त्या कंपनीची अधिकृत शेअर कॅपिटल फक्त ५ कोटी ५० लाख आणि पेड अप कॅपिटल केवळ ४ कोटी ९२ लाख ६५ हजार इतकीच आहे. तरी हा व्यवहार कसा केला गेला? हे सर्व आकलन क्षमतेच्या पलिकडे आहे. @CMOMaharashtra pic.twitter.com/S9RZDleA5W
— Dhananjay Munde (@dhananjay_munde) March 7, 2019
पंकजा मुड़ें ने किया आरोप का खंडन
वहीं दूसरी तरफ पंकजा ने आरोपों का खंडन किया है। इस आरोप को लेकर पंकजा मुंडे की तरफ से बयान जारी किया गया है , जारी बयान में कहा गया है कि आंगनवाड़ी सेविकाओं के लिए स्मार्टफोन की जो कीमत है, उसमें ही साफ्टवेयर, डेटा कार्ड और सभी संबंधित डॉक्यूमेंट्स भी शामिल हैं। फोन की खरीदारी से संबंधित सभी जानकारी सरकार की वेबसाइट पर है। इस फोन में बच्चों के पोषण संबंधी सभी जानकारी अपलोड करने के लिए मोबाइल डिवाइस मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर, 32 जीबी डाटा का एसडी कार्ड, डस्ट प्रूफ पाउच, स्क्रीन प्रोटेक्टर मौदूज है। मीडिया को गलत जानकारी दी जा रही है। खबरों के मुताबिक 30 जिले की आंगनबाड़ी कर्मियों के लिए 1.02 लाख मोबाइल फोन दिलाने की योजना के तहत ये खरीद की गई थी।