स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सरकारी अस्पतालों के प्रसूति गृह व ऑपरेषन कक्ष की गुणवत्ता में सुधार के लिए षुरू किये गये ‘लक्ष्य’ कार्यक्रम में मगध प्रमंडल के चयनित 34 सरकारी अस्पतालों में एक भी अस्पताल तय मानक 90 प्रतिषत की रैंकिंग में ष्षामिल नहीं है।
इसमें सुधार के लिए सभी चयनित स्वास्थ्य संस्थानों को बेहतर तरीके से काम करने की जरूरत है। ये बातें बुधवार को ‘लक्ष्य’ कार्यक्रम के क्रियान्वय हेतु आयोजित कार्यषाला के अंतिम दिन मगध प्रमंडल के क्षेत्रीय अपर निदेषक डॉ विजय कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा कि जिस अस्पताल का प्रसव कक्ष व ऑपरेषन थियेटर अब तक तय मानक के अनुसार नहीं है, वे निर्धारित समय के भीतर पूरा कर लें। उन्होंने कहा कि इस वर्ष एसेसमेंट टूल्स का काम संबंधित प्रखंड, अनुमंडल व जिला स्तरीय अस्पतालों में हुआ है। लेकिन किसी भी चयनित अस्पताल ने मानक मुताबिक 90 प्रतिषत से उपर का अंक नहीं प्राप्त किया है।
जेपीएन को मिला 71 अंक
गया जेपीएन को राज्य एसेसमेंट दल द्वारा 71 अंक दिया गया है। जबकि लक्ष्य कार्यक्रम के गुणवत्ता को प्राप्त करने के लिए बनाये गए एसेसमेंट टूल्स में 50 प्रतिषत कम अंक लाने पर षून्य, 50 प्रतिषत से अधिक अंक लाने पर 1 तथा मानक को पूरा कर लेने पर 2 अंक प्राप्त होता है। इसके मुल्यांकन के लिए प्रमंडल, जिला व प्रखंड स्तर पर कोचिंग दल व क्वालिटी सर्कल दल का गठन किया जायेगा। जो पूरे कार्यक्रम की सफलता पर नजर रखेगी।
34 अस्पताल चयनित
‘लक्ष्य’ कार्यक्रम के लिए मगध प्रमंडल के 34 अस्पताल चयनित हैं। इसमें गया जिले का 17 अस्पताल है। इस कार्यषाला में संबंधित जिलों के सिविल सर्जन, जिला समन्वयक, कार्यक्रम प्रबंधक पीयूष रंजन, यूनिसेफ कंसल्टेंट डॉ तारिक, फैयाजउद्दीन, डॉ मनोज कुमार, आषीष कुमार दत्ता, मुरारी सिंह सहित अन्य उपस्थित थे।