दशकों से चल रहा अयोध्या का रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद केस अब अपने अंतिम दौर में है. सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को इस विवाद पर आखिरी बहस हो रही है, आज दोनों ही पक्षों की ओर से अंतिम दलीलें रखी जाएंगी. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने साफ कर दिया है कि सुनवाई बुधवार शाम पांच बजे खत्म हो जाएगी.
रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद केस पर आज आखिरी बहस
6 अगस्त से शुरू हुई रोजाना सुनवाई का 40वां दिन
आज शाम पांच बजे खत्म होगी अंतिम बहस
रामलला विराजमान की अंतिम दलीलें खत्म
रामलला विराजमान के वकील से बोले CJI- आपका समय पूरा हुआ…चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने रामलला के वकील सीएस वैद्यनाथन को कहा कि अब आपका समय पूरा हो गया है, बैठ जाइए. इसपर वैद्यनाथन ने कहा कि सर कुछ मिनट और.
इसी दौरान गोपाल सिंह विशारद के वकील रंजीत कुमार खड़े हुए तो CJI ने उन्हें कहा कि आपको सिर्फ 2 मिनट ही मिलेंगे. क्योंकि कल आपने दो ही मिनट मांगे थे. इसपर रंजीत कुमार ने कहा कि सर, वो तो कल के लिए दो मिनट थे. अब कैसे बहस पूरी होगी?
रामलला विराजमान की दलील पूरी…रामलला विराजमान के वकील सीएस वैद्यनाथन ने कहा कि जबतक जमीन पर हक ना हो तो मस्जिद नहीं बनाई सकती है. इसी के साथ ही रामलला विराजमान की दलीलों का समय खत्म हो गया है. अब गोपाल सिंह विशारद की ओर से रंजीत कुमार बहस कर रहे हैं. उन्हें सिर्फ दो मिनट का समय मिलेगा.
हिंदू पक्षकार के वकील सीएस वैद्यनाथन इस वक्त मुस्लिम पक्षकार के वकीलों की दलील का जवाब दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि विवादित स्थल में 1949 तक अंदर मूर्ति नहीं थी और साप्ताहिक नमाज़ होती थी.
हाईकोर्ट के फैसले के हवाले से सीएस वैद्यनाथन ने सुन्नी बोर्ड के दावे को काटते हुए कहा कि जब ज़मीन की मालिक तत्कालीन हुकूमत थी और उन्हीं की देखरेख में मस्जिद बनाई गई तो सुन्नी बोर्ड ने उसे कैसे डेडिकेट किया? इस पर जस्टिस नज़ीर ने कहा कि तभी तो उन्होंने कहा है कि ये वक्फ बाई यूजर है.