lack of soldiers is a big issue in indian army

नई दिल्ली: कई महीनों से डोकलाम में भारतीय और चीने सेना के जवान तैनात है. इस इलाके में ज़बरदस्त तनाव की स्थिति पैदा हो गयी है साथ ही लगातार चीन की मीडिया की तरफ से यह धमकी दी जा रही है कि अगर भारतीय सेना इस इलाके से पीछे नहीं हटती है तो उसे युद्ध का दंश झेलना पड़ सकता है लेकिन इस धमकी के बावजूद भारतीय सेना के जवान डट कर खड़े हैं. लेकिन हाल ही में आई कैग की एक रिपोर्ट ने सभी को चौंका दिया है.

दरअसल कैग की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर भारत और चीन के बीच युद्ध होता है तो भारत के पास सिर्फ दस दिनों तक युद्ध लड़ने का गोला बारूद है. लेकिन उसके बाद भारतीय सेना युद्ध लड़ने की हालत में नहीं रहेगी.

इसके अलावा 52 हजार से अधिक सुरक्षाबलों की भी कमी है। लोकसभा में रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि तीनों सेना में कुल 50 हजार से ज्यादा जवानों की कमी है। रक्षा मंत्री का यह बयान ऐसे वक्त में आया है कि जब सीमा पर तनाव बरकार है।

रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि सेना की तीनों शाखाओं में 52 हजार से अधिक सैनिकों की कमी है। इसमें भारतीय सेना में 25,472 संयुक्त कमान अधिकारियों और अन्य रैंक के अधिकारियों की कमी है। इसके अलावा वायुसेना 13,785 और नौसेना में 13,373 जवानों की कमी से जूझ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मौजूदा कमी सेना की कुल क्षमता का बहुत कम हिस्सा है। इस समय भारतीय सेना में लगभग 14 लाख जवान हैं।

 

Adv from Sponsors

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here