कर्नाटक में तीसरे नंबर की पार्टी के नेता एचडी कुमारास्वामी के लिए मुख्यमंत्री पद संभालना खासा चुनौतीपूर्ण होगा. इसका संकेत अभी से मिलने शुरू हो गये हैं. राज्य के सबसे प्रभावी जातीय वर्ग लिंगायत की ओर से कुमारास्वामी पर अपने वर्ग के प्रतिनिधि को उपमुख्यमंत्री बनाने का दबाव बना दिया गया है. अखिल भारत वीरशैव लिंगायत महासभा ने मनोनीत मुख्यमंत्री कुमारास्वामी को एक पत्र लिख कर मांग की है कि उसके समुदाय के लोगों को कैबिनेट में अधिक से अधिक जगह दी जाए, साथ ही शमनूर शिवशंकरप्पा को उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग की है.
एचडी कुमारास्वामी आज सरकार गठन के सवाल पर यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से दिल्ली में मिलने वाले हैं. इस बैठक में कैबिनेट के स्वरूप सहित अन्य मुद्दों पर बात होने की उम्मीद है. कांग्रेस के पास राज्य में 78 व कुमारास्वामी की पार्टी जनता दल सेकुलर के पास 37 विधायक हैं और उन्हें बसपा के एक विधायक का समर्थन हासिल है.
कुमारास्वामी 23 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. वे इस दिन अकेले शपथ लेंगे और संभवत: अगले दिन सदन में बहुमत साबित करेंगे और उसके बाद अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे. कर्नाटक में दो उपमुख्यमंत्री बनाये जाने की भी चर्चा है, जिसके माध्यम से जातीय-वर्गीय समीकरण का ख्याल रखने का प्रयास किया जाएगा.