दौसा से सांसद हरीश मीणा ने बुधवार को बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया. इसी बीच बीजेपी के नेता किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि सांसद हरीश मीणा के जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता. क्योंकि सब जानते हैं कि कौन अवसरवादी है.
इसके साथ ही उन्होंने दौसा के सियासी समीकरण का हवाला देते हुए कहा कि मीणा के जाने से दौसा के आदिवासी मतदाताओं पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और न ही वहां के स्थानीय मतदाताओं पर कोई फर्क पड़ेगा.
गौरतलब है कि बुधवार को दौसा से सांसद हरीशा मीणा ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए. इसी के साथ उन्हें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष पार्टी की सदस्यता ग्रहण करवाई गई.
इसी बीच सांसद हरीश मीणा ने कांग्रेस में शामिल होने को लेकर कहा कि वे अपने घर वापस आए है. हालांकि , जब उनसे ये पूछा गया कि क्या उन्हें ये आशवासन दिया गया है कि उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा?. इस पर उन्होंने कहा कि मैं शर्त रहीत पार्टी में शामिल हुआ हूं.
कांग्रेस के महासचिव अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य की बीजेपी शासित पार्टी से जनता से लेकर नेता तक त्रस्त हो चुकी है. इसलिए कांग्रेस में शामिल होने वाले और लोगों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है.
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान हरीश मीणा कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थें. इतना ही नहीं वे गत लोकसभा का चुनाव उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री व अपने भाई नमोनारायण के खिलाफ लड़ा था. इस चुनाव में किरोड़ी लाल मीणा दूसरे व नमोनारायण तीसरे स्थान पर रहे थें.