हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में बुधवार को एक बस और अन्य वाहनों के भूस्खलन की चपेट में आने से अब तक 13 लोगों की मौत हो गई तथा 14 अन्य को बचा लिया गया जबकि कई अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका है। फिलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है। वहीं भूस्खलन स्थल से बस का मलबा बरामद हुआ है।
आईटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट धर्मेंद्र ठाकुर ने बताया,”रात को भी भूस्खलन हो रहा था। बस का इंजन और टायर मिला है। एक और शव मिला है।”
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि किन्नौर जिले में निचार तहसील अंतर्गत निगुलसारी क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या पांच पर चौरा गांव में दोपहर के वक्त भूस्खलन और पहाड़ से पत्थर गिरने की घटना हुई।
उन्होंने कहा कि एक यात्री वाहन, एक टाटा सूमो के मलबे में दबे होने का पता चला और उसमें आठ लोग मृत पाए गए।
मोख्ता ने बताया कि हिमाचल सड़क परिवहन निगम (एचआरटीसी) की एक बस, जो दुर्घटना के समय रिकांग पियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी, अभी भी यात्रियों के साथ मलबे में दबी हुई है।
अधिकारियों ने कहा कि एक कार आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई, जबकि एक अन्य पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। उन्होंने बताया कि बचाव दल क्रेन की सहायता से उन्हें मलबे से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने जानकारी दी कि पत्थर गिरने से एक ट्रक नदी किनारे लुढ़क गया और चालक का शव बरामद कर लिया गया है।
इससे पहले, भावनगर के थानाप्रभारी ने कहा कि लगभग 25 से 30 लोग मलबे में दबे हुए हैं।
आज सेना की मदद ले सकता है प्रशासन
किन्नौर में हुए हादसे में प्रशासन आज सेना की मदद ले सकता है। हालांकि एनडीआरएफ के जवानों को प्रशासन की ओर से सतलुज नदी की ओर खाई में भी भेजा गया था, जहां बस चकनाचूर हालत में मिल गई है। उपायुक्त किन्नौर ने कहा सर्च अभियान में सेना की मदद ली जा सकती है।
आइटीबीपी के डिप्टी कमांडेंट धर्मेंद्र ठाकुर ने बताया सुबह चार बजे से रेस्क्यू आपरेशन शुरू कर दिया गया है। किन्नौर में बुधवार को हुए हादसे में फंसे हुए लोगों को तलाशने का काम आइटीबीपी की तीन टुकड़ी कर रही हैं। टीम ने सुबह चार बजे से सर्च अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान अभी तक तीन शव निकाले गए हैं। इनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। अल सुबह से ही आइटीबीपी की तीन टुकड़ियां जुट गई हैं। बचाव दल की ओर से अब तक 13 लोगों को बचाया जा चुका है।
जिला किन्नौर के निगुलसरी में बुधवार दोपहर 12 बजे के करीब पहाड़ दरकने से एक बस व ट्रक समेत चार अन्य छोटे वाहन मलबे की चपेट में आ गए थे। बचाव दल कड़ी मशक्कत के बाद घटनास्थल पर पहुंचा था, क्योंकि हादसे के बाद काफी देर तक भूस्खलन जारी रहा था। मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ सहित आइटीबीपी टीम ने सर्च आपरेशन चलाया हुआ है।