नई दिल्ली। साध्वी रेप मामले में राम रहीम को 10-10 साल की सजा होने के बाद अब उसके कुर्कमों की कहानी बाहर आ रही है। डेरे के वो सेवादार सामने आ रहे हैं जो बरसों से राम रहीम के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। इसी फेरहिस्त राम रहीम के पूर्व ड्राइवर और डेरे के पूर्व सेवादार खट्टा सिंह सामने आए हैं। सीबीआई के मुख्य गवाह के तौर सिंह ने टीम की काफी मदद की। खट्टा सिंह ने बताया कि राम रहीम के इशारे पर डेरे के अंदर मर्डर किए जाते थे। किसी को भनक न लगे इसलिए शवों को जमीन में दफन करा दिया जाता था। खट्टा सिंह के मुताबिक अगर वहां जमीन की खुदाई होगी तो कई लाशें सामने आएंगी।
साल 2002 के आसपास खट्टा सिंह राम रहीम के ड्राइवर रहा करते थे। राम रहीम पर जितने भी केस चल रहे हैं खट्टा सिंह सबमें मुख्य गवाह है। खट्टा सिंह ने बताया कि डेरे के अंदर बाबा के गुर्गे अपनी मनमानी करते थे। उनके मुताबिक 9 सालों में डेरे पर कई लोगों की हत्याएं की गईं जिसमे एक नाम गोरा सिंह का भी है। खट्टा सिंह के मुताबिक गोरा सिंह को मारने से पहले उसकी चिता सजाई गई थी, गोरा सिंह को वहां बुलाया गया और गोरी मारकर उसकी लाश को चिता पर फेंक कर आग लगा दी गई। लोगों ने देखा तो हल्ला मचाना शुरू कर दिया, लेकिन रामरहीम के गुर्गे चिता के आस पास ही पानी फेकते रहे और गोरा सिंह सबके सामने जल गया।
खट्टा सिंह के मुताबिक राम रहीम के खिलाफ आवाज उठाने से लोग इसलिए डरते थे क्योंकि हरियाणा की पुलिस बाबा के खिलाफ कुछ भी सुनने को तैयार नहीं होती थी। खट्टा के मुताबिक शिकायत लेकर जाने पर पुलिस के कर्मचारी, शिकायत लिखना तो दूर, कई-कई दिनों तक डराया और धमकाया करते थे।