करीब एक दर्जन से ज्यादा मानहानि के मामलों में फंसे दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया के बाद अब केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से भी अपने बयान के लिए माफी मांग ली है. जी हाँ पहले अपनी बात बोलकर फिर पलट जाना ये हुनर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को बखूबी आता है.
केजरीवाल ने मजीठिया को जब पात्र लिखा था तब भी काफी बवाल हुआ था और अब केजरीवाल ने सीनियर बीजेपी नेता गडकरी को पत्र लिखकर अपने बयान के लिए खेद जताया और केस बंद करने का आग्रह किया। दोनों नेताओं ने आपसी रजामंदी से केस को बंद करने की अर्जी कोर्ट में दे दी है।
केजरीवाल ने नितिन गडकरी के भारत के सर्वाधिक भ्रष्ट लोगों की सूची में शामिल होने की बात कही थी। जवाब में गडकरी ने उन पर मानहानि का केस दायर किया था। केजरीवाल ने माफीनामे में लिखा, ‘मेरी आपसे कोई निजी रंजिश नहीं है। पूर्व में दिए अपने बयान के लिए अफसोस जताता हूं। हम घटना को पीछे छोड़ते हुए कोर्ट में केस को बंद करने की कार्यवाही करते हैं।’
Read Also: पीडीपी-भाजपा सरकार के तीन साल, गठबंधन से पीडीपी को नुक़सान
उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने खिलाफ दायर मानहानि मामले में अधिवक्ता अमित सिब्बल से माफी मांगी है। सिसोदिया ने कहा कि हमने जिनको भी आहत किया है, उनसे माफी मांगेंगे। हम लोगों की सेवा करने के लिए हैं न कि ऐसे मामलों में कोर्ट जाने के लिए। हमें लोगों के लिए स्कूल और अस्पताल बनाना है।