सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद 25 जनवरी को देश भर में पद्मावत की स्क्रीनिंग होगी. सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर तमाम पक्षों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. करणी सेना के चीफ लोकेंद्र सिंह कालवी ने जनता से कहा है कि जनता ही सिनेमा हॉल में कर्फ्यू लगा दे. बिहार में मुजफ्फरपुर में करणी सेना के लोगों ने एक सिनेमा हॉल में तोड़फोड़ भी की.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि ये कलाकार की बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सुप्रीम कोर्ट की मुहर है. इस फैसले के लिए सुप्रीम कोर्ट को बधाई दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी राज्य सरकारों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करना चाहिए. राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं.
सुप्रीम कोर्ट का फैसला पढ़ने के बाद अगर कोई रास्ता निकला, तो हम आगे बढ़ेंगे. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने बगैर हमारा पक्ष सुने फैसला दिया है, लेकिन हम इस फैसले से बंधे हुए हैं. हम देखेंगे कि इसके खिलाफ अपील हो सकती है या नहीं.
हाल में सुप्रीम कोर्ट ने इन राज्यों के नोटिफिकेशन पर रोक लगा दी थी. मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा और गुजरात में बैन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन दायर की गई थी.