पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से कांग्रेस के नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने मंगलवार को आधार मामले में सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों की पीठ के सामने अपना पक्ष रखा. पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से सिब्बल ने कहा कि केंद्र आधार का इस्तेमाल अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए कर सकती है. कपिल सिब्बल ने कहा कि मोदी ने दावोस में कहा था कि जिसके पास डाटा कंट्रोल करने की क्षमता है, वही ताकतवर है और दुनिया को नेतृत्व दे सकता है.
उन्होंने कहा कि मैं मोदी की बात से सहमत हूं. भारत में भी ऐसा ही हो रहा है. जो डेटा कंट्रोल कर रहे हैं, वही सत्ता में हैं. केंद्र सरकार के लिए आधार एक जरिया है, जिसके माध्यम से वह नागरिकों की सूचनाएं जमा कर रही है.
सिब्बल ने कहा कि ओला, उबर, अमेजॉन और गूगल जैसी ग्लोबल कंपनियां इसलिए सफल हैं क्योंकि उनके पास अपने ग्राहकों की पूरी सूचना है. वे अधिकतर लोगों की पसंद, नापसंद और उनके निवेश के बारे में जानकारी रखते हैं. आधार का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के केंद्र सरकार के दावे को भी कपिल सिब्बल ने खारिज किया.