नई दिल्ली। वरिष्ठ महिला पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की खुलेआम हत्या कर दी गई। अज्ञात हमलावरों ने रात करीब 8.30 बजे उन पर हमला किया। हमला उस वक्त हुआ जब वो अपने घर का दरवाजा खोल रही थीं। बिल्कुल करीब से उन्हें तीन गोलियां मारी गईं जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
घटना के बाद पत्रकार जगत में भी काफी रोष हैं। दिल्ली से लेकर बेंगलुरु तक, वरिष्ठ पत्रकारों ने इस पर नाराजगी जताई हैय़ पुलिस कमिश्नर टी सुनील कुमार ने संवाददाताओं ने बताया कि गौरी लंकेश ने राजराजेश्वरी नगर इलाके में अपने घर के सामने कार रोकी और दरवाजा खोलने के लिए आगे बढ़ीं। उसी वक्त अज्ञात हमलावरों ने उनके ऊपर 7 राउंड फायरिंग की। 4 गोली गौरी को लगी, जिनमें से 3 गोली उनके सिर में जा लग।
कमिश्नर कुमार के मुताबिक घटनास्थल के आसपास मौजूद सभी सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में ले लिया गया है। खास तौर पर 2 सीसीटीवी कैमरों में क्राइम सीन मौजूद है, जिसमें संदिग्ध हत्यारे नजर आ रहे हैं। गौरी के शव के पास से कारतूस के चार खोखे बरामद किए गए हैं।
सीसीटीवी फुटेज में गौरी के हत्यारे साफ नजर आ रहे हैं। पांच सेकेंड के विजुअल में साफ दिख रहा है कि एक शख्स जिसने सिर पर हेलमेट और जैकेट पहनी हुई है, गौरी की तरफ फायरिंग कर रहा है। वो गौरी से करीब 10 फुट की दूरी पर बाइक पर बैठे कर फायरिंग कर रहा है। सीसीटीवी फुटेज में दो बाइक पर तीन लोग दिखाई दे रहे हैं।
आपको बताते चलें कि गौरी लंकेश कन्नड़ टेबलॉयड ‘लंकेश पत्रिका’ की एडिटर थीं। नवंबर, 2016 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के खिलाफ एक रिपोर्ट छापी थी, जिसकी वजह से उनके खिलाफ मानहानि का केस दायर किया गया था, मामले में उन्हें 6 महीने की जेल भी हुई थी।