कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसने प्रदेश के सियासी पारा को इस समय उफान पर पहुंचा दिया है. इस वीडियो में प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ मुस्लिम मतदाताओं को रिझाने के बाबत कह रहे है कि मुस्लिम इलाकों में कांग्रेस को वोट जरूर मिलना चहिए नहीं तो परेशानी हो जाएगी.
वहीं, एक अन्य वीडियो में कमलनाथ ये कहते हुए भी देखे जा रहे हैं कि हम आरएसएस से बेहतर जानकार है. ये कह रहे है, बस चुनाव तक के लिए परेशानी उठा लीजिए. इसके बाद सबकुछ ठीक हो जाएगा.
बता दें कि कमलनाथ के इस वीडियो के बाद केंद्र से लेकर राज्य तक की सत्तारुढ़ पार्टी भाजपा ने कांग्रेस पर जुबानी हमला करने से पीछे नहीं हट रही है. इस कड़ी में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस के इस कथित वीडियो को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि ये कांग्रेस के तुष्टीकरण की नीति है. वहीं, भाजपा के उपाध्यक्ष प्रभात झा ने चुनाव आयोग से शिकायत कर कमलनाथ पर प्रदेश की फिजा बिगाड़ने का आरोप लगाया है.
अब इन तमाम घटनाक्रम के पीछे एक बात है जो हम सबको सोचने पर मजबूर कर रही है कि आखिर कमलनाथ का विभीषण कौन है. बता दें कि ये वीडियो कमलनाथ के कक्ष का है. अगर हम कमलनाथ के कक्ष की बात करें तो उनके कक्ष तक पहुंचने के लिए किसी भी व्यक्ति को तीन सीढ़ियों से होकर गुजरना पड़ेगा.
इतना ही नहीं, इन तीन सीढ़ियों के साथ-साथ सुरक्षा के लिहाज से कड़ी चैकिंग का सामना भी करना पड़ता है. बिना किसी उंची सिफारिश के कमलनाथ के कक्ष तक तो नहीं पहुंचा जा सकता है. अब ऐसे में ये सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर कमलनाथ का भेदिया कौन है.