पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए राजेश पतंगे हत्याकांड के आरोपी को धर दबोचा है. आरोपी कमलेश जैन को पालघर क्राइम ब्रांच की वसई टीम ने १६ वर्ष बाद रेलवे टिकट काउंटर से गिरफ्तार किया है. पुलिस की कार्रवाही ऐसे समय हुई जब वो फरार होने की फ़िराक में था.
जानकारी के मुताबिक नालासोपारा के जानेमाने बिल्डर राजेश पतंगे हत्याकांड में 14 आरोपी शामिल थे. जिसमें से पुलिस ने अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. जबकि 1 आरोपी की एनकाउंटर में मौत हो चुकी है. तो वहीं अभी भी दो आरोपी फरार बताए जा रहे हैं.
आपको बता दें कि 25 अक्तूबर 2003 को जमीन विवाद के चलते राजेश पतंगे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. बताया जाता है कि नालासोपारा-पूर्व तुलिंज रोड के राधा गोकुल अपार्टमेंट में रहने वाले राजेश पतंगे की 25 अक्तूबर 2003 को नालासोपारा के ही चंद्रकांत अण्णा पाटील उर्फ मामा से विवाद हुआ था. इसी दरम्यान पाटील ने पिस्तौल से गोली मारकर पतंगे की हत्या कर दी थी. इस मामले में गिरफ्तार कमलेश जैन छोटा राजन का खास गुर्गा है. सूत्रों के मुताबिक राजेश पतंगे की हत्या की सुपारी छोटा राजन को दी गई थी. पुलिस ने कमलेश जैन को उस वक्त गिरफ्तार किया जब वह मुंबई के बोरीवली टिकट काउंटर से जनरल टिकट लेकर मुंबई से भागने की फिराक में था.