बुलंदशहर हिंसा को लेकर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने अपना बयान जारी कर कहा कि अगर जीतू फौजी के खिलाफ कोई सबूत मिले तो हम उसको पुलिस के सामने पेश करेंगे. वहीं, पुलिस की कार्रवाई में भी हम पूरा-पूरा सहयोग करेंगे.
गौरतलब है कि जीतू फौजी इस घटना के बाद से फरार चल रहा था. हालांकि, पुलिस ने जीतू को गिरफ्तार कर लिया है. उसके ऊपर ये आरोप लगाए जा रहे हैं कि उसी ने बुलंदशहर के महाव गांव में हुए हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध सिंह पर गोली चलाई थी. इतना ही नहीं, उसके ऊपर ये भी आरोप लगाए जा रहे है कि उसने हिंसा और आगाजनी को भी बढ़ावा दिया था.
हालांकि, जीतू फौजी ने अपना बचाव करते हुए कहा कि हां ये बात सच है कि मैं घटनास्थल पर मौजूद था, लेकिन मैंने सुबोध पर गोली नहीं चलाई थी.
बता दें कि जीतू फौजी राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात है और वो 15 दिनों की छुट्टी लेकर अपने गांव घुमने आया था. हालांकि, गांव के लोगों से पूछताछ के दौरान पता लगा कि उसने गांव में 12वी तक पढ़ाई करने के बाद शहर के नजदीक ही एक कॉलेज से पढ़ाई की. हालांकि, पढ़ाई के दौरान ही उसकी सैना में नौकरी लग गई. नौकरी के बाद उसने शादी की और अब उसका 4 महीने का बच्चा भी है.
हालांकि, इस मामले पर सख्ती बरतते हुए पुलिस ने स्याना थाने के सीओ समेत थाना प्रभारी का ट्रांसफर कर दिया गया. बता दें कि ये फैसला आईबी की रिपोर्ट के बाद उठाया है.