पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (से) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने जदयू के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी पर तीखा प्रहार किया है। श्री मांझी ने कहा कि उदय नारायण चैधरी सबसे बड़े दलित विरोधी हैं। उनके कारण ही मेरी सरकार गिरी थी।
यदि वह हमारे 16 विधायकों को अयोग्य करार नहीं देते तो मेरी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करती। उन्होंने कहा कि सरकार के गिरने के कारण उनके द्वारा दलितों के हित में किए जा रहे कामों पर विराम लग गया। मांझी ने उदय नारायण चैधरी को कहा कि वे किस मुंह दलित रैली कर रहे हैं। उन्होंने उदय नारायण चैधरी को रंगा सियार तक कहा।
जीतनराम मांझी का उदय नारायण पर तल्खी भरे बयान के बाद महागठबंधन में खींचतान शुरू हो गई है। बताया जाता है कि जिस ढंग से जीतनराम मांझी ने सत्ता से बाहर हुए थे उसमें उदय नारायण चैधरी की बड़ी भूमिका थी। मांझी ने कहा कि वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद तेजस्वी यादव राज्य के मुख्यमंत्री होंगे।