नई दिल्ली: हाल ही में कैग ने भारतीय रेलवे में परोसे जाने वाले खाने को लेकर एक रिपोर्ट दी है जिसमें रेलवे के खाने को इंसानों के खाने लायक नहीं बताया गया है. इस रिपोर्ट के आते ही भारतीय रेलवे में मानो हड़कंप सा मच गया है तभी तो रविवार को रेल मंत्रालय ने नयी रणनीति के तहत खाने की क्वॉलिटी को सबसे पहली प्राथमिकता दी है।
मंत्रालय ने बताया कि नई पॉलिसी का उद्देश्य यात्रियों को ताजा व स्वास्थकर खाना उपलब्ध कराना है। गौरतलब है कि पिछले दिनों कैग ने अपनी एक रिपोर्ट में रेलवे में यात्रियों को उपलब्ध होने वाले खाने की गुणवत्ता के बारे में खुलासा किया था कि खाना बनाने के लिए दूषित पानी का प्रयोग हो रहा है।
इसके साथ ही कैग की रिपोर्ट में ये बात भी दर्ज थी कि रेलवे की पैंट्री में चूहें और तिलचट्टे का साम्राज्य है, और यात्रियों को दिया जाने वाला खाना भी बिना ढंके ही रखा जाता है।
कैग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा था कि रेलवे में जो भी खाना पीना यात्रा के दौरान यात्रियों को उपलब्ध कराया जा रहा है वह किसी भी तरह से इंसान के स्वास्थ्य के लिए हितकर नहीं है और योग्य है।
कैग की इस रिपोर्ट पर रेलमंत्रालय ने आवश्यक कारवाई की जानकारी ट्वीट कर साझा की, मंत्रालय ने लिखा, ‘मंत्रालय ने कैटरिंग सर्विस में सुधार के लिए एक नई शरुआत की है।’