नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : खूंखार आतंकवादी संगठन आईएस द्वारा अपह्रत किए गए भारतीय डॉक्टर राममूर्ति को छुड़ा लिया गया है। राममूर्ति को दो साल पहले लीबिया से आईएसआईएस ने किडनैप कर लिया था। राममूर्ति आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं.
आइएस के चंगुल से मुक्ति मिलने के बाद राममूर्ति ने कहा कि आईएस के आतंकियों को भारत के बारे में सबकुछ बहुत अच्छी तरह से पता है और वे काफी पढ़े लिखे हैं। आतंकियों ने कई बार उनसे सर्जरी और ऑपरेशन करवाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कभी ऐसा नहीं किया।
राममूर्ति ने बताया कि 10 दिन के भीतर उन्हें 3 बार गोली मारी गई। राममूर्ति के हाथ में आज भी गोली फंसी हुई है. आतंकी उन्हें ऑपरेशन थिअटर में ले जाकर जबरदस्ती सर्जरी करते थे लेकिन उन्होंने कभी कोई सर्जरी नही की। इसके अलावा उन्हें जबरन वुजू (नमाज़ पढने से पहले साफ़ सफाई करना ) और नमाज पढ़नी सिखाई गई।
राममूर्ति ने कहा, ‘पहले उन्होंने मुझे सिर्ते भेजा। बाद में उन्होंने मेरी मेडिकल जानकारी का इस्तेमाल करना चाहा। वे मुझसे अपने लड़ाकों को ठीक करवाना चाहते थे। जब भी मैं ऐसा करने से मना करता था तो मुझे मारने की धमकी दी जाती थी।