नई दिल्ली : भारतीय कार बाज़ार में वैसे तो कई कारें मौजूद हैं जो देखने में काफी स्टाइलिश और ट्रेंडी हैं साथ ही इनमें काफी दमदार इंजन भी दिया गया है लेकिन इन्हीं कारों में से कुछ कारें ऐसी भी हैं जो क्रैश टेस्ट में फेल हो चुकीं हैं इसके बाद भी ये धड़ल्ले से बेंची जा रही हैं. इन गाड़ियों में एक्सीडेंट के दौरान कार में सवार लोगों को गंभीर चोटें आ सकती हैं. ऐसे में अगर आप नई कार लेने का मन बना रहे हैं तो पहले इस खबर को ज़रूर पढ़ लें.
1. रेनॉल्ट डस्टर
जीरो स्टार रेटिंग के साथ डस्टर क्रैश टेस्ट में फेल हो गई है. इसके बेस मॉडल (REX) में एयरबैग्स नहीं हैं. हालांकि, मेड इन इंडिया वाली डस्टर में एयरबैग है, लेकिन इसे भी तीन स्टार रेटिंग दी गई है.
2. रेनॉल्ट क्विड
लगातार तीन साल जीरो रेटिंग मिलने के बाद इस कार को इस साल 1 रेटिंग मिली है. वो भी इसलिए क्योंकि ड्राइवर सीट पर एयरबैग लगा दिया गया है.
3. शेव्रोलेट एन्जॉय
कैब राइड की तरह पूरे भारत में इस्तेमाल की जाने वाली ये कार अडल्ट प्रोटेक्शन कैटेगरी में जीरो रेटिंग के साथ है और चाइल्ड प्रोटेक्शन में दो स्टार के साथ. कुल मिलाकर कार सेफ नहीं है.
4. फोर्ड एस्पायर
इस कार में दो एयरबैग्स हैं और 10 लाख से कम कीमत वाली कारों की तुलना में ये कार थोड़ी सेफ मानी जाती है. इस कार को तीन स्टार रेटिंग में मिले हैं.
5. मारुति ऑल्टो
इसके एयरबैग वाले मॉडल को तो तीन स्टार रेटिंग मिली है, लेकिन बिना एयरबैग वाले मॉडल को जीरो रेटिंग मिली है. बात ये है कि ड्राइवर साइड में एयरबैग्स ऑल्टो के सभी मॉडल्स में ऑप्शनल हैं और कीमत कम करने के कारण इन्हें हटा दिया जाता है.
6. डैटसन गो
जीरो रेटिंग वाली इस गाड़ी को NCAP ने मार्केट से वापस बुलवा लेने की बात कही थी. कारण ये था कि एयरबैग्स देने के बाद भी ये सेफ नहीं थी और इसकी बॉडी ऐसी थी कि क्रैश होने पर गाड़ी में सवार लोगों को सीरियस नुकसान हो सकता है.
7. महिंद्रा स्कॉर्पियो
स्कॉर्पियो के बेस मॉडल को जीरो रेटिंग मिली है जिसमें कोई एयरबैग नहीं है. इसके पहले वेरिएंट गेटवे पिकअप को तीन स्टार मिले थे, लेकिन क्रैश प्रूफ बॉडी न होने के कारण इस गाड़ी को जीरो रेटिंग मिली है.
8. ह्युंडई ईऑन
छोटी गाड़ियों की रेंज में फेमल ह्युंडई की ये गाड़ी क्रैश टेस्ट में फेल हो गई है.
ये सारा डेटा NCPA की वेबसाइट पर उपलब्ध है.