जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आंतकी हमले के बाद देह में गुस्सा है आक्रोश है। लेकिन इस हमले के बाद पहली बार सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पहली बार साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीआरपीएफ के आईजी लेफ्टिनेंट जनरल कंवलजीत सिंह ढिल्लों ने कश्मीरी युवकों को लेकर एक अपील जारी की है। ढिल्लों ने कहा है कि कश्मीरी माता-पिता से अपील की है की वो अपने भटके हुए बच्चों को सरेंडर करने के लिए कहें। वर्ना अब जो देश के खिलाफ बन्दुक उठाएगा वो मारा जाएगा।
#WATCH KJS Dhillon, Corps Commander of Chinar Corps, Indian Army on Pulwama encounter, says, “Brigadier Hardeep Singh, who was on leave due to injury, he cut short his leave voluntarily and came to the operation site, he stayed there and led his men from the front.” pic.twitter.com/xH3Q92AAuy
— ANI (@ANI) February 19, 2019
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी गई। श्रीनगर में सुरक्षाबलों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तानी सेना का ही बच्चा है और पाकिस्तानी सेना का इस हमले में पूरा-पूरा हाथ है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि, CRPF जवानों पर हुए हमले के बाद सुरक्षाबलों ने 100 घंटों के अंदर हमले के मास्टरमाइंड आतंकियों को मार गिराया है। सेना के साथ हुए मुठभेड़ में जैश के तीन कमांडर ढेर हुए हैं।
सुरक्षाबलों ने कहा कि हमारी सरेंडर पॉलिसी काफी बेहतर है, इसलिए यही सही रास्ता होगा, जिनके बच्चे रास्ता भटक गए हैं। अगर कोई सरेंडर नहीं करता है तो हम बंदूक उठाने वाले को मार देंगे।
कश्मीर के IGP एसपी पाणि ने कहा कि, आतंकी गुटों में भर्तियों में खासी गिरावट आई है। हाल के दिनों में सेना का कोई भी नौजवान आतंकी संघठन से नहीं जुड़ा है और इसका सीधा श्रेय परिवार को जाता हैं जो अपने बच्चों को भटकने से रोक रहे हैं।
भारतीय सेना की चिनार कॉर्प्स के कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केएस ढिल्लों ने पुलवामा आतंकवादी हमले के बारे में कहा कि “हमारे पास हमले में इस्तेमाल किए गए विस्फोटकों के बारे में सुराग हैं, लेकिन तफ्तीश जारी होने की वजह से विस्तार से नहीं बताया जा सकता
#WATCH KJS Dhillon, Corps Commander of Chinar Corps, Indian Army on Pulwama encounter, says, “Brigadier Hardeep Singh, who was on leave due to injury, he cut short his leave voluntarily and came to the operation site, he stayed there and led his men from the front.” pic.twitter.com/xH3Q92AAuy
— ANI (@ANI) February 19, 2019