इस हफ्ते विश्व के दो सबसे बड़े देश के नेता आपस में मुलाकात करने जा रहे हैं. बता दें कि रुस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन भारत आऐंगे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे.

पुतिन के भारत आने की सूचना उनके विदेश नीति के सलाहकार युरी उशाकोव ने दी है. इसके साथ ही वे 4  अक्टूबर को भारत के लिए निकल सकते हैं. गौरतलब है कि बीते दिनों भारत की विदेश सुषमा स्वराज रुस इंटर गवर्नमेंटल कमीशन ऑन टेक्नीकल इकोनोमिक को-ऑपरेशन में हिस्सा लेने के लिए रुस गई थीं.

बता दें कि ये सौदा 5 अरब डॉलर  का है, जिस पर हस्ताक्षर करने के लिए पुतिन भारत आ रहे हैं. ब्लादिमीर पुतिन के इस दौरे से साफ जाहिर होता है कि भारत अमेरिका के साथ-साथ रुस से भी अपने सामरिक और रणनीतिक तौर पर रिश्ते मजबूत करना चाहता है.

भारतीय विदेश मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर रुस के राष्ट्रपति के भारत आने की सूचना दी है. मालूम हो कि s-400 मिसाइल से हम सामरिक दृष्टि से काफी मजबूत होंगे.

सूत्रों के मुताबिक, पुतिन जब भारत दौरे पर आऐंगे तो न सिर्फ इस समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे, बल्कि सम्पर्क, संचार, व्यापर, निवेश जैसे तमाम मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे. बता दें कि रुस के साथ इस समझौते से भारत सामरिक दृष्टि से न केवल मजबूत होगा, बल्कि रुस के साथ अपने रिश्ते को प्रगाढ़ करने के लिए भारत के पास एक और मौका है.

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