13 अक्तूबर के दिन कुछ शरारती तत्वों ने बंगलादेश के कोमिल्ला के पास चांदपूर नाम की जगह पर ,दुर्गा पूजा के पंडाल में कुरान शरीफ की कापी रख दी थी ! जिसके बाद बंगलादेश में हिंदुओ पर आक्रमण हुआ ! चार लोग मारे गये और साठ लोग जख्मी हुए ! दो दिन के भीतर सीसीटीवी कैमरे की वजह से फुटेज लेकर, बंगलादेश सरकार ने तुरंत सक्त कारवाई की ! और संबंधित लोगों को हिरासत में ले लिया ! और बंगलादेश के कानून के अनुसार उनके उपर कारवाई भी जारी है ! और सबसे महत्वपूर्ण बात संपूर्ण बंगलादेश के कुछ शहरों में हिंदुओ के समर्थन में ,और कोमिल्ला की घटना के विरोध में जबरदस्त जुलुस निकालें गए !
उसके बाद 30 अक्तूबर को यानी लगभग दो हप्ते के बाद त्रिपुरा में, मुसलमानों के उपर आक्रमण होता है ! और उसकी प्रतिक्रिया में तीन हजार किलोमीटर की दूरी पर महाराष्ट्र में नांदेड, मालेगाँव और अमरावती में वह भी दो हप्ते के बाद प्रतिक्रिया स्वरूप ,कोई रजा अकादमी द्वारा यह तीनों जगहों पर मुसलमानों के जुलूसों में मुख्य रूप से अमरावती और मालेगाँव में कुछ हिंसक घटनाए हुई थी ! और दूसरे दिन बीजेपी ने उसके प्रतिक्रिया स्वरूप अमरावती बंद करने की घोषणा की है ! और उस बंद के दौरान भी हिंसा हुई है और नीचे दी गई आज के इंडियन एक्सप्रेस की प्रथम पृष्ठ पर की खबर के अनुसार ,अमरावती में कल के दिन 14 नवम्बर को सीटी कोतवाली पुलिस के अंतर्गत आने वाले राजकमल चौक में बीजेपी, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के लोग इकट्ठा हुए, और उसके बाद कुछ दुकानोको और उनके सामने खड़े वाहनो को नुकसान पहुंचाया ! और इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार चुन चुन कर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के दुकानो के उपर हमला करने की योजना एक दिन पहले ही ! शुक्रवार की घटना के बदले स्वरूप दो दुकान और उनके सामने खड़े वाहनो तथा दो धार्मिक स्थलों की तोड-फोड की गईं हैं ! यह पुलिस सूत्रों ने बताया ऐसा इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार दिख रहा है !
मुझे रह रहकर हैरानी हो रही है कि एक महिने पहले की बंगलादेश की घटना (जिसपर बंगलादेश की सरकार ने तुरंत सक्त कारवाई की और बंगलादेश के लोगों ने उस घटना के विरोध में और हिंदुओं के पक्षमे काफी बडे प्रदर्शन किए जाने के बावजूद !) दो हप्ते के बाद त्रिपुरा में मुसलमानों के उपर आक्रमण क्यों हुआ है ? और अब उसके दो हप्ते के बाद तीन हजार किलोमीटर की दूरी पर महाराष्ट्र में यह आलम जारी है ! और वह भी वर्तमान केंद्र में सरकार चलाने वाले दल की अगुवाई में ! एक तरफ भारत के सुरक्षा सलाहकार दो दिन पहले ही हैद्राबाद की सरदार पटेल अकादमी के दीक्षांत समारोह में प्रमुख अतिथी के नाते कह रहे हैं कि अब समाज को बांटकर भी देश तोडे जा सकते हैं ! वाली बात की अखबरोके खबर की शाई भी सुखी नहीं है ! और खुद सत्ताधारी दल के द्वारा अगर त्रिपुरा में मुसलमानों के उपर आक्रमण और अमरावती की घटना से कौनसा देश जोडने का प्रयास कर रहे हैं ?
और तथाकथित रजा अकादमी जो कि अब तक सिर्फ मुंबई तक सिमित थी और एक गैरजिम्मेदार और मुसलमानों की बजरंग दल या विश्व हिंदू परिषद या महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के जैसे ही सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की प्रक्रिया में लिप्त तंजिम है ! क्योंकि तस्लीमा नसरीन के मुंबई कार्यक्रम में पहलीबार हमला करने के कारण ही मैंने इस तंजिम का नाम सुना है ! और एक बार मुंबई के आजाद मैदान पर कुछ कारनामों के कारण ज्यादा मिडियाने उछाला था ! इसने कबसे मुंबई के बाहर नांदेड, मालेगाँव और अमरावती में अपना पैर फैलाया ? यह भी सोचने की बात है ! कि इसी के नेतृत्व में वर्तमान महाराष्ट्र की घटना ओके पीछे इसिका नाम आ रहा है !
क्या केंद्र सरकार चलाने वाले दल की 135 करोड़ आबादी के मुल्क पर सिर्फ और सिर्फ हिंदूओ और मुसलमानों को आपसमे मुर्गोकी जैसे लडाई लगवा कर ही अपने राजनीतिक दल को तिबारा देश के उपर राज करने का इरादा है ?
टमाटर, प्याज और अन्य जिवनावश्यक सामान की कीमतें आसमान छू रही है ! और स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, उद्योग जैसे देश के सबसे महत्वपूर्ण विषयों पर संपूर्ण अफरा तफरी का माहौल बनाहुआ है ! और आप किसी सिनेमा वाली के माध्यम से देश की आजादी के साल का विवाद चलाकर, जो भी कुछ कर रहे हैं ! क्या यह देश की एकता-अखंडता के लिए बहुत ही दुरूस्त बात लग रही है ? कोई नाथूराम गोडसे का महिमामंडित करने का प्रयास कर रहे हैं ! तो कोई देश को आजादी दिलाने वाले नेताओं के उपर लगातार किचड उछालने के काम कर रहे हैं ?
और तथाकथित डिजिटल सेफ्रोन आर्मीको सोशल मीडिया पर रातदिन तैनात करके रखा गया है ! जो कमर के नीचे वार करने में राष्ट्र निर्माताओ से लेकर वर्तमान में जो भी कोई सरकार की गलतीओके उपर लिखने-बोलनेवालो पर, जिस तरह से डिजिटल हमले कर रहे हैं ! क्या यही भारतीय संस्कृति है ? और आप लोग खुद उन लोगों को आये दिन सेडिशन के आरोप लगाकर कारवाई भी जारी है ! देश भक्ति का अर्थ ही बदल कर ! सुविधाजनक ढंग से अमरावती हो या त्रिपुरा, क्या आप दोबारा गुजरात की उन्नीस साल पहले किया कारनामो को अंजाम देना चाहते हैं ? तो हम भी आपको देश की गंगा-जमुनी तहजीब को तार तार करने की साजिश नहीं करनें देंगे ! क्योंकि हमारे पुर्खो ने इस देश की आजादी दिलाने का काम किया है ! और हमने भी होश सँभालने के बाद फिर 1975 का आपातकाल हो या अभी आप लोगों द्वारा चल रहा अघोषित आपातकाल हो ! हम लोग इसके भी विरोध में जबरदस्त प्रतिरोध करने का संकल्प करते हैं ! इस तरह देश की एकता-अखंडता के साथ खिलवाड़ किसी को भी नहीं करनें देंगे !
हमें मालूम है कि ! आपको जिस तंजिम से ट्रेनिंग मिलीं है ,वह देश के आजादी के खिलाफ थी ! और आजादी के बाद लगातार भारत में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की प्रक्रिया को गति देने के लिए लगातार आपका मातृ संगठन त्रिपुरा से लेकर अमरावती तक कोई भी मौका मिलता है तो उसे भुनाने में लग जाती हैं ! लेकिन मै पुनः-पुनः चेतावनी दे रहा हूँ कि सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोभाल ने कल हैद्राबाद की सरदार पटेल अकादमी के दीक्षांत समारोह में प्रमुख अतिथी के नाते कहा हैं ! कि अब समाज को बांटकर भी देश तोडे जा सकते हैं ! लेकिन हम लोग यह कदापि नहीं होने देंगे ! क्योंकि हमें नहीं दिल्ली-मुंबई की गद्दी चाहिए ! और नहीं हम लोग किसी भी सत्ता के खेल में शामिल है ! लेकिन देश तोडे जाने वाली हरकतों के खिलाफ खड़े हैं ! और आगे भी रहेंगे और मुस्तैद होकर विरोध करेंगे ! जय भारत !!