मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायक एनपी प्रजापति प्रदेश के नए विधानसभा अध्यक्ष बन गए हैं. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव काफी हंगामेपूर्ण रहा. विपक्ष ने वॉकआउट भी किया. एनपी प्रजापति को 120 वोट मिले. जबकि विपक्ष के वॉकआउट के कारण विपक्ष में कोई वोट ही नहीं पड़ा. बताते चलें कि विपक्ष ने विजय शाह को विधानसभा अध्यक्ष बनाकर चुनाव में उतारने की तैयारी की थी.
चूंकि सदन की कार्यवाही शुरू होने पर प्रोटेम स्पीकर ने नियम पांच का हवाला देकर बिना वोटिंग के एनपी प्रजापति को विधानसभा अध्यक्ष घोषित कर दिया. जिसके चलते खूब हंगामा हुआ. इस पर सदन की कार्यवाही भी दो बार स्थगित करनी पड़ी. बाद में बसपा विधायक द्वारा वोटिंग की मांग करने पर प्रोटेम स्पीकर ने मत विभाजन कराया.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे लोकतंत्र के लिए काला दिन बताया. सदन से वॉकआउट करने के बाद शिवराज ने आरोप लगाया कि प्रोटेम स्पीकर ने हमारे प्रत्याशी विजय शाह के नाम को प्रस्तावित करने का अवसर ही नहीं दिया. विरोध में भाजपा विधायकों ने विधानसभा से राजभवन तक पैदल मार्च निकाला. भाजपा विधायक राज्यपाल से मिलकर विरोध दर्ज कराएंगे.
वहीं भाजपा ने अपने विधायक गोपाल भार्गव को नेता विपक्ष चुना लिया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें बधाई भी दी, तो भार्गव ने सकारात्मक सहयोग का वादा किया.