पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि बाढ़ प्रभावित केरल को मानवीय सहायता मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान तैयार खड़ा है. इमरान खान ने 22वें प्रधानमंत्री के तौर पर बीते 18 अगस्त को पाकिस्तान की बागडोर संभाली है. भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्ते के बीच इस पेशकश को सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है.

इमरान खान ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि- ‘पाकिस्तान की जनता की तरफ से हम केरल में बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए दुआ करते हैं. हम किसी भी तरह की मानवीय मदद देने को तैयार हैं.’

पाकिस्तान से पहले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भी केरल बाढ़ से प्रभावितों के लिए 700 करोड़ रुपये की मदद की पेशकश की थी. हालांकि भारत ने ये मदद लेने से इनकार कर दिया है. केरल सरकार ने केंद्र सरकार से कहा है कि या तो वो संयुक्त अरब अमीरात की दी गई 700 करोड़ की सहायता राशि स्वीकार करे या फिर ख़ुद राज्य को उतने पैसे दे. भारत ने यह सहायता राशि लेने से यह कहकर इनकार कर दिया था कि वह घरेलू स्तर पर इस आपदा से निबट लेगा.

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि केरल केंद्र के साथ यह मसला बातचीत के जरिए सुझलाने की कोशिश करेगा. केरल के वित्तमंत्री टीएम थॉमस ने भी कहा है कि केंद्र सरकार को यूएई के मदद का प्रस्ताव स्वीकार करना चाहिए. उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट करके केंद्र सरकार के इस रवैए की आलोचना की और इसे नकारात्मक बताया.

बता दें कि केरल आठ अगस्त से बाढ़ की चपेट में है और इससे अब तक 216 लोगों की जान गई है और सात लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने 12 अगस्त को केरल का दौरा किया था और केरल को 100 करोड़ रुपये की तुरंत मदद की घोषणा की थी. उसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने 16 अगस्त के केरल दौरे के बाद राज्य को 500 करोड़ रुपये की मदद की घोषणा की. इसके अलावा केंद्र सरकार ने इस आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार मुआवजा देने की भी घोषणा की है. मुआवजा राशि प्रधानमंत्री राहत कोष से दी जाएगी.

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