पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत के कड़े रुख को देखते हुए पाकिस्तान हरकत में आ गया है। भारतीय फ़ौज के हमले से डरे पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय बहावलपुर को पाकिस्तान सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है। इसकी जानकारी खुद पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय दी है कहा गया है कि, “पंजाब सरकार ने बहावलपुर में मदरसातुल साबिर और जामा-ए-मस्जिद सुभानल्ला में एक परिसर को अपने नियंत्रण में ले लिया है। इसके अलावा सरकार ने कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और इसके मामलों के प्रबंधन के लिए एक प्रशासक नियुक्त किया गया है।
पाकिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि यह कार्रवाई प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के निर्णय के अनुसार की गई। इस परिसर में 70 शिक्षकों का एक संकाय है और वर्तमान में 600 छात्र इसमें पढ़ रहे थे। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस परिसर को सुरक्षा और संरक्षण प्रदान कर रही है।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था। आदिल ने जवानों की गाड़ी से बारूद से भरी अपनी गाड़ी को टकरा दिया था। जिसके बाद गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और इसमें बैठे 40 जवान शहीद हो गए।
कौन है मसूद अजहर?
मसूद अजहर का जन्म पाकिस्तान के बहावलपुर में हुआ। उसकी पढ़ाई कराची के जामिया उलूम उल इस्लामिया में हुई और वह हरकत-उल-अंसार से जुड़ गया। और यहीं से उसने आतंकी गतिविधियां शुरू की।
वह 1994 के करीब श्रीनगर आ गया। उसे उसी साल फरवरी में गिरफ्तार कर लिया गया और जेल में डाल दिया गया। आतंकियों ने मसूद अजहर को छुड़ाने की कोशिश शुरू की। 1995 में जम्मू-कश्मीर से कुछ विदेशी पर्यटकों को अगवा कर लिया गया। आतंकियों ने पर्यटकों को छोड़ने के बदल मसूद अजहर को जेल से रिहा करने की मांग शुरू की। लेकिन आतंकियों की चंगूल से एक विदेशी पर्यटक फरार हो गया। बाद में आतंकियों ने सभी पर्यटकों की हत्या कर दी।
इसके बाद 1999 में आतंकी मसूद अजहर को छुड़वाने में कामयाब रहे। दरअसल, दिसंबर 1999 में काठमांडू एयरपोर्ट से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, नई दिल्ली जाने वाली भारतीय विमान IC814 को आतंकियों ने हाईजैक कर लिया और विमान को लेकर अफगानिस्तान के कंधार चले गए।