देश के कई हिस्सों में बुधवार देर शाम जबर्दस्त आंधी-तूफान आया. राजस्थान के अलवर, भरतपुर और धौलपुर जिलों में चक्रवात में फंसकर 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आंधी तूफान के कहर ने 10 लोगों की जान ले ली. वहीं पश्चिम बंगाल और झारखंड में वज्रपात से 15 लोगों के मरने की खबर है. दिल्ली में खराब मौसम का असर हवाई सेवा पर भी पड़ा. तेज हवा और बारिश की वजह से आइजीआइ एयरपोर्ट के लिए आ रहीं कई उड़ानों को आसपास के एयरपोर्ट पर डायवर्ट करना पड़ा.
आंधी तुफान के बाद से ही राजस्थान के अलवर में बिजली गायब है. इस इलाके में आंधी ने सबसे ज्यादा कहर बरपायाा. रात करीब पौने आठ बजे आए अंधड़ ने पूरे अलवर, भरतपुर, धौलपुर को अपनी जद में ले लिया. बताया जा रहा है कि इसकी गति इतनी तेज थी कि सड़क पर खड़े वाहन तक पलट गए. कुछ ऐसा ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिला. इससे सहारनपुर में एक बालिका सहित दो लोगों और बिजनौर में एक बच्चे और दो लड़कियों की मौत हो गई, वहीं संभल में भी एक आगरा में चार लोगों के मौत की खबर है.
पंजाब के पटियाला की रिशी कॉलोनी में एक प्लॉट की दीवार गिरने से प्लॉट मालिक व एक श्रमिक की मौत हो गई. चारधाम यात्रा भी इस आंधी-तुफान के कारण प्रभावित हुई. उत्तराखंड में चारधाम यात्रियों को केदारनाथ और सोनप्रयाग में रोका दिया गया. इस अंधड़ के बाद से केदारनाथ और रुद्रप्रयाग में बिजली नहीं है. आंधी-तूफान के कारण हाईवे पर पेड़ गिरे हैं, जिससे रास्ते बंद हैं, वहीं जगह-जगह लैंडस्लाइड की भी खबर है. हिमाचल के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचा है.
दूसरी ओर भीषण गर्मी से जूझ रहे दिल्ली वालों को बदले मौसम ने राहत दी. हालांकि आंधी से परेशानी जरूर हुई, शाम 4:30 बजे के बाद 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली धूल भरी आंधी ने दिल्ली की रफ्तार थाम दी. लेकिन देर शाम हुई बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया. जम्मू कश्मीर में भी लोगों ने बदले मौसम के बाद हुई बारिश का आनंद लिया.