मानसून अपना असर दिखाने लगा है. देशभर के 10 राज्यों में मौसम विभाग ने शनिवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. जिन राज्यों को मौसम विभाग की तरफ से सचेत किया गया है उनमें, असम, मेघालय, उत्तराखंड, तटवर्ती कर्नाटक, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, पंजाब और केरल शामिल हैं. मानसून की यह सक्रियता अगले 2-3 दिनों तक बनी रहेगी. मौसम विभाग की तरफ से कहा गया है कि 1 से 2 जुलाई के बाद मैदानी इलाकों और मध्य भारत में मानसून की सक्रियता कम हो सकती है. वहीं, पहाड़ी इलाकों और उनसे लगे मैदानी इलाकों में 6 जुलाई तक मानसून सक्रिय होगा.
भारी बारिश के कारण जम्मू-कश्मीर में हालात बिगड़ने के संकेत मिल रहे हैं. राज्य के ज्यादातर हिस्सों में 27 जून से ही रुक-रुककर बारिश हो रही है. इसके कारण झेलम और तवी नदी खतरे के निशान को पार कर गई हैं. इन दोनों मुख्य नदियों में पानी भरने के कारण इनकी सहायक नदियां भी उफान पर हैं. स्थिति से निबटने के लिए राज्य प्रशासन पूरी तरह से चौकस है और हालात पर नजर बनाए हुए है. खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने कश्मीर डिवीजन के स्कूलों में शनिवार को छुट्टी कर दी.
भारी बारिश का असर अमरनाथ यात्रा पर भी पड़ा है. अमरनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं को जम्मू के भगवती नगर बेस कैम्प में रोका गया है. बताया जा रहा है कि भगवती नगर और दूसरे कैम्पों में करीब 5000 यात्री हैं. हालांकि राहत की बात है कि जम्मू से आगे मौसम खुला है. इसलिए शनिवार सुबह उधमपुर में फंसे 2032 तीर्थयात्रियों को पहलगाम के लिए रवाना कर दिया गया. बताया जा रहा है कि बालटाल वाले रास्ते से भी तीर्थयात्रियों को आगे जाने की इजाजत दे दी गई.