केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार जो गुरुवार को अपडेट किया गया एक दिन में 2,76,110 नए कोरोना वायरस संक्रमणों के साथ, भारत में कोविड -19 मामलों की कुल संख्या 2,57,72,440 हो गई, जबकि दैनिक मौतें चार दिनों के बाद 4,000 से नीचे दर्ज की गईं, जिससे टोल 2,87,122 हो गया।
इन दिनों राजधानी में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। कुछ मरीज इलाज के दौरान ठीक हो रहे हैं तो कुछ की मौत भी हो जा रही है। डाक्टरों के मुताबिक, ब्लैक फंगस ज्यादातर उन्हीं मरीजों में देखने को मिला है जो पहले से ही किसी बीमारी से पीडि़त हैं।
दरअसल कोरोना संकट के साथ ही राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर में म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। डाक्टरों के मुताबिक इलाज में देरी होने पर इस बीमारी से बचना मुश्किल होता है। दिल्ली सहित एनसीआर के अस्पतालों में अभी तक करीब 350 मरीज भर्ती हो चुके हैं।
गुरुवार को ही तेलंगाना सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी एक्ट में नोटिफाई करने की जानकारी दी है। तेलांगना में ब्लैक फंगस के 80 मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले बुधवार को राजस्थान सरकार ने इसे महामारी घोषित किया था। वहीं हरियाणा सरकार पहले ही यह फैसला ले चुकी है।
कोरोना संक्रमितों को स्टेरॉयड देने पर उनकी इम्युनिटी कम हो जाती है। शुगर लेवल अचानक बढ़ जाता है। नाक, चेहरे और तलवे की स्किन सुन्न हो जाती है। आंख की नसों के पास फंगस जमा हो जाता है, जो सेंट्रल रेटाइनल आर्टरी का ब्लड फ्लो बंद कर देता है। इससे मरीजों की आंखों की रोशनी चली जाती है।