नई दिल्ली : जुलाई से खाना बनाना पड़ेगा महंगा क्योंकि एलपीजी गैस सिलिंडर खरीदने के लिए लोगों को अपनी जेबें ढीली करनी पड़ेंगी. जी हां, GST लागू होने के वजह से और सब्सिडी में की गई कटौती के कारण लोगों को अब खाना बनाना महंगा पड़ेगा. गैस सिलिंडर के लिए अब लोगों को 32 रुपये अधिक खर्च करने पड़ेंगे.
इसके अतिरिक्त दो साल की अनिवार्य निगरानी, इंस्टॉलेशन, नए कनेक्शन और अतिरिक्त सिलिंडर के दस्तावेजों के प्रशासनिक शुल्क पर पहले से ज्यादा खर्च करना होगा.
एलपीजी गैस सिलिंडर को GST के 5% के स्लैब में रखा गया है. इससे पहले कई राज्यों को एलपीजी के लिए टैक्स नहीं देना होता था, जबकि कुछ राज्य को 2 से 4 प्रतिशत तक वैट देना होता था. GST लागू किए जाने के बाद उन राज्यों में एलपीजी सिलिंडर की कीमत में 12-15 रुपये की वृद्धि होगी, जहां एलपीजी पर टैक्स नहीं लगता है. जिन राज्यों में वैट लिया जाता है.
इन दोनों का संयुक्त प्रभाव यह होगा कि हर सिलिंडर पर 32 रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़ेंगे. कीमत में बदलाव की वजह अलग-अलग राज्यों में ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक्स में अंतर है.
सरकारी ईंधन रिटेलर्स के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया, ‘पहले भी जहां एलपीजी पर वैट लगाया जाता था, उपभोक्ताओं को पता था कि उन्हें सब्सिडी के रूप में कर का भार झेलना पड़ेगा.
GST ने वाणिज्यिक एलपीजी सिलिंडर में 69 रुपये की कटौती की है. इससे पहले कमर्शल इस्तेमाल वाले एलपीजी सिलिंडर में 22.5 प्रतिशत टैक्स लगता था, जिसमें 8 प्रतिशत उत्पाद कर और 14.5 प्रतिशत वैट था, लेकिन जीएसटी के बाद सिर्फ इसपर 18 प्रतिशत टैक्स लग रहा है. इन सिलिंडरों की कीमत 1,121 से घटकर 1,052 रुपये हो गई है.