27 फरवरी से आंदोलन कर रहे छात्रों की मांग मानते हुए सरकार ने एसएससी स्कैम मामले में सीबीआई जांच का आदेश दे दिया है. देशभर से दिल्ली में जुटे हजारों छात्र कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा से पहले पेपर लीक और परीक्षा में धांधली को लेकर छात्रों प्रदर्शन कर रहे थे. इस मुद्दे के तूल पकड़ने के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की तरफ से कहा गया कि प्रदर्शनकारी छात्रों की मांग मानते हुए मामले की सीबीआई से जांच का आदेश दे दिया गया है. हम उम्मीद करते हैं कि छात्र अब प्रदर्शन वापस ले लेंगे. हालांकि छात्रों का कहना है लिखित जानकारी आने के बाद ही विरोध खत्म किया जाएगा.

इन छात्रों का आरोप है कि परीक्षा ऑनलाइन हुई थी और उसमें छात्रों व परीक्षकों को भी कलम या मोबाइल अंदर ले जाने की अनुमति नहीं थी, उसके बावजूद परीक्षा के दौरान ही प्रश्न पत्र का स्क्रीन शॉट वायरल हो गया. छात्रों का कहना है कि 21 फरवरी को गणित का एग्जाम था. परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट बाद परीक्षा रोक दी गई. चर्चा थी कि सोशल मीडिया में पेपर आउट हो चुके हैं. इन सब घटनाओं के अलावा परीक्षा में अन्य धांधलियों को लेकर ये छात्र आंदोलन कर रहे हैं.

इस प्रदर्शन को कई पार्टियों व नेताओं का भी समर्थन मिला. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी समर्थन देते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी. जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव ने भी इन छात्रों का समर्थन किया. मामले को बढ़ता देख एसएससी ने छात्रों को बातचीत के लिए बुलाया और उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके आरोपों की गहन जांच होगी और आरोप सही साबित पाए गए तो उचित कार्रवाई होगी. हालांकि, छात्र इस आश्वासन से संतुष्ट नहीं हुए और सीबीआई जांच की मांग पर अड़े रहे.

सरकार द्वारा सीबीआई जांच के आदेश देने के बाद भी छात्रों द्वारा आंदोलन वापस नहीं लेने पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा है कि सभी छात्र पढ़े-लिखे हैं. लिखित सूचना आने में कुछ औपचारिक प्रक्रियाएं होती हैं, जिसमें वक्त लगता है. हम उम्मीद करते हैं कि वे अपना प्रदर्शन अब वापस लेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे सांसद मीनाक्षी लेखी और मनोज तिवारी लगातार छात्रों के संपर्क में थे.

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