भोपाल। कोविड महामारी के दौर को अवसर बना लेने वाले राजधानी के सबसे बड़े कोविड सेंटर चिरायु अस्पताल ने अब गांव की तरफ कदम बढ़ा लिए हैं। शहरी क्षेत्रों से कम होते संक्रमण और गांवों में बिगड़ते हालात को देखते हुए चिरायु ने प्रदेश के कई छोटे शहरों में अपना ठिकाना तलाश करना शुरू कर दिया है। प्रदेशभर में शुरू होने वाली चिरायु अस्पताल की इस सीरीज का पहला पड़ाव बीना में डलने वाला है। जिसकी नींव लगभग डल चुकी है और जल्दी ही ये अस्पताल आकार ले लेगा।

सूत्रों का कहना है कि चिरायु अस्पताल की विशेषज्ञ टीम पिछले कुछ दिनों से बीना में डेरा डाले हुए है। अशोकनगर, मुंगावली, चंदेरी, गुना जैसे इलाकों की भोपाल से दूरी और बड़े शहर में लगातार बिगड़ते कोरोना केसेस के डर के चलते मरीजों का रुख भोपाल की तरफ बढऩे से रुका हुआ है। इधर राजधानी भोपाल में लगातार कम होते केसेस के चलते चिरायु अस्पताल लगभग खाली हो चुका है। इन हालात को देखते हुए चिरायु प्रबंधन ने महामारी को अपनी कमाई का जरिया बनाने के लिए छोटे शहरों की तरफ जाने की तैयारी कर ली है। सूत्रों का कहना है कि चिरायु के इस प्रोजेक्ट को सरकार की तरफ से भी पूरा सपोर्ट मिला हुआ है। बताया जाता है कि बीना में शुरू होने वाली चिरायु की इकाई को स्थापित करने में कई बड़े नेताओं, सरकारी विभागों और अफसरों का सहयोग मिल रहा है।

शिफ्ट होगाआधा स्टाफ
सूत्रों का कहना है कि बीना में शुरू होने वाली इकाई के लिए चिरायु प्रबंधन ने अपने आधे स्टॉफ को शिफ्ट करने की तैयारी कर ली है। महामारी काल में बढ़ाए गए स्टॉफ और साधनों की भोपाल में कम होती जरूरत को देखते हुए ये फैसला लिया गया है।

आगे और भी शहर
सूत्रों का कहना है कि भोपाल से बाहर जाने की तैयारियों में चिरायु के कदम सिर्फ बीना तक नहीं हैं। बीना में शुरू होने वाले प्रोजेक्ट के बाद चिरायु का अगला कदम भिंड की तरफ बढऩे वाला है। ग्वालियर, मुरैना और चंबल के इलाकों को कवर करने वाले इस यूनिट के लिए भी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। बताया जाता है कि इसके मालवा निमाड़ इलाकों को कवर करने के लिए बड़वानी में भी चिरायु की एक इकाई स्थापित की जाएगी।

गोयनका का बी प्रेम
भोपाल के बाद बीना और यहां से भिंड, बड़वानी पहुंचने की तैयारी को देखते हुए कहा जा रहा है कि चिरायु प्रबंधक डॉ अजय गोयनका का नंबर शास्त्र में ज्यादा रुझान है। यही वजह है कि उनके हर प्रोजेक्ट का रुझान बी से शुरू होने वाले शहरों की तरफ जा रहा है।

जिसको मिलना थी सजा,दे दिया ईनाम
सरकारी योजना आयुष्मान का फायदा देने से इंकार करने को लेकर सुर्खियों में रहे चिरायु अस्पताल को लेकर इस बात की चर्चा रही है कि प्रबंधन को इस गलती की बड़ी सजा मिलने वाली है। लेकिन इसके विपरित हालात ये हैं कि सरकार चिरायु प्रबंधन को प्रदेशभर में अस्पताल श्रृंखला शुरू करने में मदद कर रही है।

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