-राहत के फिल्मी योगदान पर हुई बात, हुआ ‘मिशन काश्मीर’ का शो
51 साल पुराना इतिहास, 15 साल से गोवा की गवाही, हजारों फिल्मों की बातें और सैकड़ों फिल्मी हस्तियों का जमावड़ा। गोवा फिल्म फेस्टीवल ने इस बार के आयोजन में मप्र की धरती से जुड़े अंतर्राष्ट्रीय शायर डॉ. राहत इंदौरी को भी अपनी यादों में शामिल किया। ‘ए ट्रिब्यूट टू राहत’ के जरिये उनके फिल्मी योगदान को याद किया गया। इस दौरान उनके फिल्मी गीतों पर बात की गई और स्पेशल शो के दौरान फिल्म ‘मिशन काश्मीर’ का प्रदर्शन किया गया। इस फिल्म में राहत इंदौरी द्वारा लिखे गए गीतों में ‘बूमरो-बूमरो, श्याम रंग बूमरो…’ ने खासी प्रसिद्धी पाई थी।
अपनी शायरी का लोहा देश-दुनिया में मनवाने वाले अंतर्राष्ट्रीय शायर डॉ. राहत इंदौरी ने 90 के दशक में फिल्मी दुनिया का रुख किया था। निर्माता-निर्देशक महेश भट्ट और संगीतकार अनु मलिक की जोड़ी ने उन्हें अपनी टीम में जोड़ा। फिल्म सर के प्रसिद्ध गीत, आज हमने दिल का हर किस्सा तमाम कर दिया… से उनका फिल्मी सफर शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने मैं खिलाड़ी-तू अनाड़ी, खुद्दार, करीब, नाराज, नाजायज, मुन्ना भाई एमबीबीएस, मीनाक्षी समेत करीब 90 से अधिक फिल्मों में गीत लिखे।
भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा आयोजित इस समारोह में पूरी दुनिया से करीब 225 फिल्मों को शामिल किया गया है। 16 जनवरी से शुरू हुआ यह आयोजन 24 जनवरी तक चलेगा। इस दौरान दुनियाभर की 28 फिल्मी हस्तियों को श्रद्धांजलि दी जा रही है, जिसमें 19 भारतीय हैं। हिंदुस्तानी फिल्मी हस्तियों में इरफान खान, ऋषि कपूर, बासु चटर्जी, सुशांत सिंह राजपूत, सरोज खान, डॉ. राहत इंदौरी आदि शामिल हैं।
एशिया के सबसे बड़े इस फिल्म फेस्टीवल के लिए पूरे पणजी शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया था। 21 जनवरी को दोपहर 2.30 बजे डॉ. राहत इंदौरी को समर्पित कार्यक्रम के दौरान फिल्म फेस्टीवल की डिप्टी डायरेक्टर तनु रॉय ने राहत के परिवार से कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे उनके बेटे फैसल राहत को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इससे पहले राहत इंदौरी द्वारा फिल्मों के लिए दिए गए योगदान पर चर्चा करते हुए उनके लिखे गीतों की बात भी की गई। फैसल राहत ने इस खास मौके पर डॉ. राहत इंदौरी के लिखे कुछ शे’र सुनाए और उनके गीतों से जुड़ी चंद बातें भी दर्शकों को बताई । उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और फिल्म फेस्टीवल आयोजकों का शुक्रिया भी अदा किया। कार्यक्रम के दौरान राहत के चाहतमंदों से थियेटर अपनी पूरी क्षमता के साथ फुल हाउस नजर आ रहा था।
रिपोर्ट खान आशु