केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राम मंदिर का विरोध कर रहे लोगों पर कड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि जो लोग राम मंदिर कस विरोध कर रहे हैं उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। गिरिराज सिंह ने कहा है कि इन विरोधियों को पाकिस्तान जाकर देखना चाहिए कि वहां का लोकतंत्र कैसा है.
दरअसल राम मंदिर को लेकर कई सारे संगठन जमकर विरोध कर रहे हैं क्योंकि वो लोग राम मंदिर बनाए जाने के खिलाफ है और ऐसे ही लोगों को जवाब देते हुए गिरिराज सिंह ने ये बयान दिया है. गिरिराज सिंह ने जो बयान दिया है इसे लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि ऐसे बयान देना मतलब हिन्दू वोटरों को अपने खेमे में खींचने का प्रयास हो सकता है जिसका फायदा भाजपा जो को लोकसभा चुनावों के दौरान मिलेगा।
आपको बता दें कि गिरिराज सिंह ने आगे यह भी कहा है कि हिंदुओं के धैर्य की परीक्षा नहीं ली जानी चाहिए। गिरिराज सिंह ने दावा कि राम मंदिर मुद्दा तब ही सुलझ गया होता अगर सरदार वल्लभभाई पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री बने होते, क्योंकि जवाहरलाल नेहरू ने वोट बैंक की राजनीति की खातिर इस मुद्दे को ‘जानबूझकर’ जिंदा रखा।
केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के लिए ‘छद्म धर्मनिरपेक्षों’ पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा कि जो देश में असहिष्णुता के बारे में चिल्ला रहे हैं, वे असल में ‘असहिष्णुता का गिरोह’ हैं, जो देश को गंदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इस दौरान गिरिराज सिंह ने देश की आबादी पर नियंत्रण लगाने के लिए सख्त नीतियों का भी आह्वान किया।