बुधवार को गाजियाबाद की चुनावी रैली में प्रधानमंत्री मोदी अखिलेश यादव और अन्य विरोधियों पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा, सपा, बसपा और कांग्रेस ने तो पूरे देश को डुबो दिया. अखिलेश जी इतने डरे हुए हैं कि जो मिले, उसे गले लगा ले रहे हैं. कोई डूबती नाव पर कदम रखता है क्या? मोदी ने कहा, ये कैसा समाजवाद है,मुझे ना तो उनका समझवाद समझ में आता है और ना ही उनका समाजवाद.
उन्होंने कहा, ये चुनाव सिर्फ विधायक चुनने के लिए नहीं है. ये उत्तर प्रदेश का भविष्य बदलने के लिए है. सपा वालों को 5 साल का हिसाब देना चाहिए. प्रधानमंत्री ने कहा, अखिलेश जब चुनकर आए तो हमें लगा कि नौजवान है, पढ़ा-लिखा है. ये जरूर यूपी की भलाई के लिए कुछ काम करेगा. आपने पांच साल के अंदर यूपी का विनाश करके रख दिया.
बढ़ते अपराध के मामलों पर भी मोदी ने यूपी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, आर्म्स एक्ट के तहत ही 40 हजार शिकायतें दर्ज हैं. हर दिन रेप, मर्डर होते हैं. भाजपा के कार्यकाल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि जब-जब यूपी में बीजेपी को काम करने का मौका मिला, तब-तब ये गुंडागर्दी करने वाले या तो जेल में थे या फिर सीधी लाइन पर आ गए थे. प्रधानमंत्री ने कहा, भ्रष्टाचार की लड़ाई में मुझे यूपी का साथ चाहिए.
जब मैंने सरकार संभाली तो भ्रष्टाचार ने दीमक की तरह सरकार को बर्बाद कर दिया था. अगर मैं दिल्ली में बैठकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ूं और यूपी में भ्रष्टाचार होगा तो क्या लड़ाई पूरी होगी. मोदी ने कहा, मैं व्यापारियों को एक और विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कालेधन के खिलाफ मेरी लड़ाई बड़े लोगों के खिलाफ है. गरीब व्यापारी के खिलाफ मेरी सरकार का कोई एजेंडा नहीं है, लेकिन जो बड़े लोग बैठे हैं खाकर देश का पैसा, उनका तो पैसा निकलवाकर ही रहूंगा.
केंद्र सरकार द्वारा फंड ना मिलने के अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देते हुए मोदी ने कहा, भारत सरकार पैसे देने को तैयार है, लेकिन स्वार्थ की राजनीति के कारण गरीब तक योजना का लाभ नहीं पहुंचने दिया जा रहा है. सामान्य आदमी जिंदगीभर की कमाई से अपना छोटा सा घर बनाना चाहता है. लेकिन, बिल्डर लॉबी नेताओं की शह पर मध्यमवर्ग को लूट लेते हैं, उन्हें मकान नहीं देते.
जैसा नक्शा दिखाया, वैसा मकान नहीं देते हैं. ये पीड़ा कोई आज की नहीं है, तीन-चार दशक से ये समस्या है. परीक्षाओं में धांधली को लेकर भी प्रधानमंत्री ने यूपी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, हमने आकर फैसला लिया कि लिखित परीक्षा में जो पास होंगे. उसका एग्जाम कम्प्यूटर लेगा. जिसके नंबर अच्छे होंगे, उन्हें पहले नौकरी मिलेगी और घर पर चिट्ठी चली जाएगी. हमने राज्य सरकारों से भी यही कहा.
लेकिन बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि यूपी सरकार ने मेरी बात नहीं मानी. कागज फाइल में बंदकर के रख दिया, क्योंकि अपने-पराए का खेल खत्म हो जाएगा,नोटों के बंडल नहीं आएंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी हिंदुस्तान का उत्तम प्रदेश बन सकता है, लेकिन सही सरकार चुनी जाए तब. इस रैली में केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति राज्यमंत्री महेश शर्मा, विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह समेत पार्टी के कई नेता मौजूद थे.