उत्तर प्रदेश में बदमाशों के भीतर पुलिस का खौफ सिर चढ़कर बोल रहा है. आये दिन ऐसे दिन ऐसे मामले सामने आते हैं जहाँ कुख्यात अपराधी खुद पुलिस के पास जाकर सरेंडर कर देते हैं. ताजा मामला मुजफ्फरनगर से आ रहा है. जहाँ 50 हजार के इनामी कुख्यात बदमाश विक्की राठी ने एसएसपी अभिषेक यादव के सामने पहुंचकर गुहार लगाई कि उसे गिरफ्तार कर लिया जाए क्योंकि उसे यूपी पुलिस की गोली से नहीं मरना है. यह बदमाश पेशी के दौरान दारोगा को गोली मारकर भागे रोहित सांडू के साथ फरार हो गया था.

दरोगा पर हमले मामले में कुल 12 अभियुक्त शामिल थे. उनमें से 7 अभियुक्त गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं तथा 4 अभियुक्त रोहित सहित मुठभेड़ में मारे गए. आज सुबह इस प्रकरण में शेष एक फरार 50,000 का इनामी विक्की राठी , जिसकी तलाश काफी समय से मुज़फ्फरनगर पुलिस को थी, एसएसपी अभिषेक यादव मुज़फ्फनरगर के समक्ष उनके आफिस में कानून और पुलिस के डर से सरेंडर किया. उक्त प्रकरण में अबतक प्रकाश में आए सभी अभियुक्तों पर कठोर की गई है.

वहीँ इस पूरे मामले पर एसएसपी अभिषेक यादव ने बताया कि रोहित सांडू वाले प्रकरण में एक बदमाश विक्की राठी भी फरार हुआ था. विक्की पर 50 हजार का इनाम भी था. हमारी टीम काफी दिन लगी थी. आज उसके द्वारा एसएसपी ऑफिस में आकर सरेंडर किया गया है. विक्की पर मर्डर के कई मुकदमें हैं. यह कई गिरोह में शामिल रहा है. यह अपराधियों को आर्थिक मदद मुहैया कराता था.

बता दें कि मुजफ्फरनगर में एसएसपी अभिषेक यादव की अगुवाई में पुलिस ने बदमाशों की कमर तोड़ दी है. अभिषेक यादव ने मिर्जापुर के दारोगा दुर्ग विजय सिंह की हत्या करने वाले सुपारी किलर रोहित उर्फ़ सांडू और उसके गैंग का सफाया कर दिया है. बदमाशों के साथ मुठभेड़ में एसएसपी खुद मोर्चा सँभालते हैं. एसएसपी अभिषेक यादव के इसी साहस के कारण उन्हें डीजीपी द्वारा सिल्वर मेडल से सम्मानित किया गया है.

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