इंदौर: पुलिस ने फिल्मी तर्ज पर फर्जी आयकर छापा मारने वाले गिरोह का मंगलवार को भंडाफोड़ करते हुए इसके सरगना समेत पांच युवकों को धर दबोचा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अमरेंद्र सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि आरोपियों की पहचान देवेन्द्र डाबर (29), सुनील मण्डलोई (24), रवि सोलंकी (24), दुर्गेश गेहलोत (23) और सतीश गावड (30) के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि डाबर गिरोह का सरगना है और वह खुद को आयकर विभाग के “इंटेलिजेंस एण्ड क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट” का “चीफ इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर” बताता था । उन्होंने बताया कि उसने फर्जी पहचान पत्र भी बनवा रखा था।

सिंह ने बताया कि गिरोह के बारे में सुराग मिले हैं कि उसने कुछ समय पहले बुरहानपुर में आयकर विभाग का फर्जी छापा मारकर संबंधित व्यक्ति से अवैध वसूली की है। उन्होंने आरोपियों के कब्जे से बरामद दस्तावेजों के हवाले से बताया, “गिरोह ने इंदौर के साथ ही धार, खंडवा, देवास, खरगोन, झाबुआ और अलीराजपुर जिलों के लगभग 35 बड़े व्यापारियों की चल-अचल संपत्ति की जानकारी जुटायी थी। इनके ठिकानों पर फर्जी आयकर छापे मारने की तैयारी की जा रही थी।”

एएसपी ने बताया कि गिरोह इंदौर की सिलिकॉन सिटी में एक साल तक आयकर विभाग का फर्जी दफ्तर भी चला चुका है। इस दफ्तर में करीब 80 बेरोजगार नौजवानों को बुलाकर उन्हें आयकर विभाग में अलग-अलग पदों पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे लगभग 40 लाख रुपये की ठगी की गयी है। ऐसे कई युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिये गये थे।

गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से आयकर विभाग की फर्जी सील के साथ पुलिस की वर्दी, “भारत सरकार” लिखी नेम प्लेट आदि चीजें बरामद की गयी हैं । मामले में विस्तृत जांच जारी है।

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